
Vladimir Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा यूं तो दो देशों के बीच की बात है, लेकिन इसमें एक तीसरा देश भी बहुत दिलचस्पी ले रहा है - अमेरिका। यूएस प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप इस दौरे से जुड़ी हर खबर पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रूसी राष्ट्रपति की रिश्तों में गर्माहट दिखाने वाली जो तस्वीरें अब तक सामने आई हैं, उन्हें देखकर ट्रंप विचलित जरूर हुए होंगे। ट्रंप चाहते हैं कि भारत का पूरा फोकस केवल अमेरिका पर हो, लेकिन भारत अपने पुराने दोस्त रूस का साथ छोड़ने को तैयार नहीं है। उसने रूस से कच्चा तेल न खरीदने की अमेरिका की सलाह को भी दरकिनार कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन काफी अच्छे दोस्त हैं। मोदी की दोस्ती डोनाल्ड ट्रंप के साथ भी काफी अच्छी है। लेकिन जब बात देश हित की हो, तो मोदी दोस्ती को जहन में नहीं रखते। यही वजह है कि अमेरिका के लगातार दबाव के बाद भी भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद नहीं किया। माना जा रहा है कि पुतिन के दौरे में भारत के हित से जुड़े कई समझौतों पर मुहर लग सकती है। चलिए जानते हैं कि पीएम मोदी और उनके दोनों दोस्त कितने धनवान हैं।
शुरुआत व्लादिमीर पुतिन से करते हैं। वह भारत के अतिथि हैं और हमारे देश में अतिथि देवो भव की परंपरा का पालन किया जाता है। पुतिन की लाइफ किसी सस्पेंस फिल्म की तरह है, जिसमें क्या हो रहा है या क्या होने वाला है किसी को पता नहीं रहता। रूसी राष्ट्रपति के पास दौलत का पूरा पहाड़ है। हालांकि, वह कभी यह स्वीकार नहीं करते। 73 वर्षीय पुतिन की सालाना कमाई केवल 1,40,000 डॉलर बताई जाती है। द वीक की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन के पास महज 800 वर्गफुट का एक अपार्टमेंट और तीन कारें हैं। लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह आंकड़ा 200 अरब डॉलर बताया गया है।
तमाम रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि काला सागर के किनारे पुतिन की विशाल हवेली है। इसके अलावा, उनके पास कई दूसरे आलीशान घर भी हैं, जिनकी कीमत 1.4 अरब डॉलर आंकी गई है। रूसी राष्ट्रपति के काला सागर वाले घर को 'देहाती कॉटेज' के नाम से पहचाना जाता है। इस कॉटेज के बारे में जो जानकारी सामने आई है, वह पुतिन की लग्जरी लाइफ की कहानी बयां करती हैं। इस हवेली में 850 डॉलर का टॉयलेट ब्रश और 1250 डॉलर का टॉयलेट पेपर लगा है। दर्जनों कर्मचारी यहां काम करते हैं और इसकी देखरेख पर सालाना 20 लाख डॉलर का खर्चा आता है। व्लादिमीर पुतिन के पास एक लग्जरी ट्रेन, विमान और कई कारें हैं। ट्रेन के निर्माण पर ही करीब 74 मिलियन डॉलर खर्चे की बात कही जाती है।
पीएम मोदी के दूसरे दोस्त यानी डोनाल्ड ट्रंप भी कम धनवान नहीं हैं। हालांकि, पुतिन के आगे वह 'गरीब' ही कहलाएंगे। फोर्ब्स के अनुसार, ट्रंप की नेटवर्थ 7.3 अरब डॉलर है। नेता होने के साथ-साथ ट्रंप कारोबारी भी हैं। रियल एस्टेट और मीडिया सेक्टर में उन्होंने काफी निवेश किया हुआ है। उनकी कमाई का मुख्य जरिया रियल एस्टेट है। 1990-95 में डोनल्ड ट्रंप फोर्ब्स के 400 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो गए थे। लेकिन इसके बाद उनकी दौलत का ग्राफ लगातार चढ़ता गया। ट्रंप के नाम गोल्फ कोर्स, होटल, प्राइवेट क्लब जैसी कई संपत्तियां भी हैं। उन्होंने क्रिप्टो करेंसी में भी काफी निवेश किया हुआ है। यही वजह रही कि जैसे ही उन्होंने अमेरिका की सत्ता संभाली क्रिप्टो का मार्केट गर्म हो गया। ट्रंप को बतौर राष्ट्रपति सालाना 400,000 डॉलर की सैलरी मिलती है, जिसमें 2021 से कोई बदलाव नहीं किया गया है।
इन दोनों नेताओं की तुलना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कोई खास दौलत नहीं है। प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने से पहले नरेंद्र मोदी ने लंबे समय तक गुजरात की कमान संभाली। लेकिन दौलत का पहाड़ खड़ा करने में उनकी दिलचस्पी नहीं रही। 2024 के लोकसभा चुनाव में दायर हलफनामे के अनुसार, पीएम मोदी की कुल संपत्ति 3.02 करोड़ है। 2019 में उनके पास कुल 2.51 करोड़ की संपत्ति थी और 2014 में यह आंकड़ा 1.66 करोड़ था। इस लिहाज से देखें तो वह अमीर हुए हैं, मगर उतने नहीं जितने कि नेता अक्सर हो जाते हैं। PM मोदी के पास 2.67 लाख का सोना है। इसके अलावा, राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (NSC) में उन्होंने 9.12 लाख का निवेश किया हुआ है। मोदी के नाम पर कोई घर, जमीन या गाड़ी नहीं है और उनके पास महज 52920 रुपए कैश है। प्रधानमंत्री के तौर पर उनकी बेसिक सैलरी 50 हजार रुपए प्रति माह है।
Published on:
05 Dec 2025 09:48 am
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