ये हैं टैक्स सेविंग से संबंधित नियम फिक्स डिपॉजिट यानि एफडी पर 1.5 लाख रुपए तक के टैक्स बेनेफिट का क्लेम करने के लिए आपको 5 साल की लॉक-इन अवधि के लिए पैसा जमा रखना होगा। यानी आप 5 साल की समाप्ति से पहले पैसे की निकासी नहीं कर सकते। कोरोना के दौर में बैंकों की वर्तमान कम ब्याज दरों के बीच स्मॉल फाइनेंस बैंक सबसे ज्यादा ब्याज की पेशकश कर रहे हैं। यह शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों लिहाज से प्राइवेट और सरकारी बैंकों की तुलना में अधिक हैं।
स्मॉल फाइनेंस बैंक की ब्याज दरें – उज्जीवन फाइनेंस स्मॉल फाइनेंस बैंक में सामान्य नागिरकों को 6.75 फीसदी और वरिष्ठ नागिरकों को 7.25 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है। – जन स्मॉल फाइनेंस बैंक में ये दरें 6.5 फीसदी और 7 फीसदी हैं।
– इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक में यह दरें 6.25 फीसदी और 6.75 फीसदी हैं। – सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में 6.25 फीसदी और 6.50 फीसदी हैं। – उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक ये दरें 6 फीसदी और 6.5 फीसदी हैं।
सरकारी बैंक – यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में सामान्य नागरिकों को 5.5 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों को 6 फीसदी ब्याज दर दी जा रही हैं। – केनरा बैंक में ये भी दरें 5.50 फीसदी और 6.00 फीसदी हैं।
– एसबीआई में ये दरें 5.30 फीसदी और 5.80 फीसदी हैं। – पंजाब एंड सिंध बैंक में 5.30 फीसदी और 5.80 फीसदी हैं। – बैंक ऑफ इंडिया में 5.15 फीसदी और 5.65 फीसदी हैं।
प्राइवेट बैंक – आरबीएल बैंक में सामान्य नागरिकों को 6.50 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों को 7.00 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा है। – डीसीबी बैंक में भी ये दरें आरबीएल जितनी ही हैं।
– यस बैंक में ये दरें 6.25 फीसदी और 7.00 फीसदी हैं। – इंडसइंड बैंक में 6.00 फीसदी और 6.50 फीसदी हैं। – करूर वैश्य बैंक में दोनों तरह की ब्याज दरें 6.6 फीसदी हैं।
एफडी है सबसे सेफ एफडी की खास बात यह है कि इसे अन्य जोखिम भरे विकल्पों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। बैंकों में 5 लाख रुपए तक जमा पैसे पर भारतीय रिजर्व बैंक की सहायक कंपनी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन द्वारा गारंटी दी जाती है। फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज दरें बाजार के उतार-चढ़ाव से स्थिर और अप्रभावित रहती हैं। समय समय पर बैंक एफडी की दरों में जरूर बदलाव करते हैं।