24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

WinZo की को-फाउंडर सौम्या राठौर को ED ने क्यों किया गिरफ्तार, क्या गेमर्स के साथ हुई है धोखाधड़ी?

ऑनलाइन मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म WinZO की को फाउंडर सौम्या राठौर को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें बेंगलुरु की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

2 min read
Google source verification
Saumya Singh Rathore

ईडी ने सौम्या राठौर को गिरफ्तार कर लिया है। (PC: WinZOGames)

एक छोटे से शहर से निकलकर सफलता का आसमां चूमने वालीं सौम्या राठौर (WinZO founders Saumya Singh Rathore) एक बार फिर से सुर्खियों में है। हालांकि, इस बार वजह उनकी सफलता नहीं, बल्कि कुछ और है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। सौम्या ऑनलाइन मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म WinZo की को-फाउंडर हैं। उनके साथ ही कंपनी के दूसरे संस्थापक पवन नंदा (Paavan Nanda) को भी गिरफ्तार किया गया है।

पहले पूछताछ फिर गिरफ़्तारी

मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, जांच एजेंसी ने बुधवार को पहले सौम्या और पवन से पूछताछ की, फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोनों को बेंगलुरु की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अधिकारियों का कहना है कि विस्तृत आदेश के लिए दोनों को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।

क्या आरोप हैं कंपनी पर?

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपने एक बयान में कहा है कि कंपनी ने गेमर्स का 43 करोड़ रुपए का फंड होल्ड रखा। जबकि भारत में रियल-मनी गेमिंग पर बैन लगने के बाद यह पैसा खिलाड़ियों को वापस किया जाना चाहिए थे। ED ने पिछले सप्ताह प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत WinZo के साथ-साथ एक दूसरी ऑनलाइन गेमिंग कंपनी Gamezkraft के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी का कहना है कि WinZo आपराधिक गतिविधियों में शामिल है। कंपनी अपने ग्राहकों से यह सच्चाई छिपाती थी कि वे सॉफ्टवेयर के साथ खेल रहे हैं। इस तरह उन्हें रियल-मनी गेम्स में एल्गोरिदम के साथ खेलने के लिए मजबूर किया जाता था।

बॉन्ड और एफडी हुए फ्रीज

ED के मुताबिक, WinZo भारत से ब्राजील, अमेरिका और जर्मनी जैसे देशों में रियल-मनी गेम्स (RMGs) चला रही थी। इसके लिए उसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा था, जो कंपनी भारत में उपयोग करती है। जांच एजेंसी का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा RMGs पर अगस्त में प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी कंपनी ने 43 करोड़ की रकम को होल्ड करके रखा हुआ है, जबकि उसे गेमर्स को रिफंड किया जाना चाहिए था। ED ने WinZo के 505 करोड़ रुपए के बॉन्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट और म्यूचुअल फंड को PMLA के तहत फ्रीज कर दिया है।

कौन हैं सौम्या राठौर?

सौम्या राठौर और उनकी कंपनी भले ही आज गलत वजह से चर्चा में हैं, लेकिन सौम्या की सफलता की कहानी ने हर किसी को प्रेरित किया है। उत्तर प्रदेश में जन्मीं सौम्या ने करीब एक दशक तक कॉर्पोरेट जगत में नौकरी की और इसके बाद अपनी कंपनी की नींव रखी। उन्होंने 2018 में पवन सिंह के साथ मिलकर WinZo गेम्स की शुरुआत की थी। 2019 तक कंपनी का यूजर बेस 2 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया था। WinZo के साथ कई बड़े सितारे भी जुड़े। 2020 में कंपनी ने क्रिकेट दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी को ब्रांड एंबेसडर बनाया। इसके अलावा, शाहरुख खान की आईपीएल टीम के साथ भी एक स्‍पॉन्‍सरशिप डील को लॉक किया।

विदेश में की है पढ़ाई

सौम्या राठौर ने मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से साइकॉलजी में पोस्ट ग्रेजुएट किया है। कुछ समय विदेश में बिताने के बाद वह भारत आईं और यहां कॉर्पोरेट जगत का हिस्सा बनीं। पवन नंदा उनके पूर्व सहकर्मी थे। पवन WinZo का हिस्सा बनने से पहले कई स्टार्टअप से जुड़े रहे थे। शुरुआत में सौम्या और पवन ने WinZo के लिए 3 करोड़ से ज्यादा की फंडिंग जुटाई थी। 2019 तक इस गेमिंग प्लेटफॉर्म का यूजरबेस 2 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया था। कुछ वक्त पहले तक WinZo की वैल्यूएशन 2500 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई गई थी।