सामुदायिक केंद्र में अपग्रेड
अब तक नौगांव में 30 बेड का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित था, जिसकी सीमित सुविधाओं के कारण मरीजों को गंभीर स्थिति में छतरपुर, टीकमगढ़ या झांसी जैसे बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाता था। नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इस चुनौती का समाधान करते हुए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस चिकित्सा ढांचा तैयार किया गया है।
ऑपरेशन थिएटर से लेकर ब्लड बैंक तक सभी सुविधाएं
नए भवन में दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। एक सामान्य सर्जरी के लिए और दूसरा सिजेरियन ऑपरेशन के लिए। यहां ब्लड बैंक, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और सभी प्रकार की पैथोलॉजी जांच की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, अस्पताल में गायनोकोलॉजिस्ट, सर्जन, एनेस्थेटिस्ट, पीडियाट्रिशियन, नेत्र रोग विशेषज्ञ सहित 12 से अधिक डॉक्टरों की नियुक्ति प्रस्तावित है।
जल्द होगा शुभारंभ
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. रविंद्र पटेल ने जानकारी दी कि अस्पताल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और हैंडओवर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। फर्नीचर और उपकरणों के लिए 8 करोड़ रुपए की लागत का प्रावधान किया गया है, जिसकी डिमांड भोपाल भेजी जा चुकी है। उम्मीद है कि सभी आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति के बाद अस्पताल 10-15 दिनों में शुरू हो जाएगा।
शासन से मिला बड़ा समर्थन
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को देखते हुए मध्य प्रदेश शासन ने 9 अप्रेल 2025 को इस अस्पताल को 50 से बढ़ाकर 100 बेड का करने का प्रस्ताव मांगा है, जिसका विस्तृत प्रपोजल स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजा जा चुका है। इस निर्णय के बाद क्षेत्र को सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं भी मिल सकती हैं।
24 घंटे उपलब्ध होंगी सेवाएं
अस्पताल में 24 घंटे सातों दिन इमरजेंसी सुविधा, प्रसूति सेवाएं, एक्सीडेंट केस और सर्जिकल ऑपरेशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ और प्रशासनिक कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। बीएमओ डॉ. पटेल के अनुसार यह अस्पताल नौगांव, ईशानगर, पलेरा, बड़ागांव, टीकमगढ़ और यूपी की सीमा के दो दर्जन से अधिक गांवों के मरीजों को सेवा देगा, जिससे उन्हें बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा।
क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक पहल
इस अस्पताल के शुरू होने से न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित होगी, बल्कि यह बुंदेलखंड क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र को नया आयाम देगा। पहले जहां गर्भवती महिलाओं को छोटी-छोटी जटिलताओं में जिले के बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाता था, वहीं अब स्थानीय स्तर पर उनका उपचार संभव हो सकेगा। नौगांव के निवासियों और जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल के जल्द शुभारंभ की मांग लंबे समय से की थी। अब जब यह सपना साकार हो रहा है, तो इसे जनसेवा की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है।