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चिता पर मुर्दे के बगल में लेट गया शख्स, हैरान कर देगी वजह

-अंतिम संस्कार से पहले चिता पर हाइवोल्टेज ड्रामा-चिता पर मुर्दे के बगल में लेट गया शख्स-युवक की पत्नी शव से हटाने लगी लकड़ियां-पुलिस की निगरानी में हो सका अंतिम संस्कार-युवक की करतूतका वीडियो वायरल

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चिता पर मुर्दे के बगल में लेट गया शख्स, हैरान कर देगी वजह

छतरपुर. एक तरफ तो मध्य प्रदेश में कई ग्रामीण इलाके ऐसे हैं, जहां आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी लोगों को अंतिम संस्कार के लिए स्थान तक नसीब नहीं हो पाता। आए दिन इसकी शर्मनाक तस्वीरें मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से देखने को मिलती रहती है। लेकिन, जिन इलाकों में श्मशान के लिए स्थान ग्रामीणों को दिये गए हैं, उनमें से भी कई जगहों पर विरोध और अतिक्रमण के मामले सामने आते रहते हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के अंतर्गत आने वाले बड़ामलहरा ग्राम सूरजपुरा कलां से सामने आया है

आपको बता दें कि, गांव में एक 90 वर्षीय बुजुर्ग का निधन हो गया। स्वजन और ग्रामीण शव लेकर गांव में श्मशान के लिए चिन्हित जमीन पर अंतिम संस्कार करने पहुंचे। यहां चिता सजाकर बुजुर्ग के शव को दाह संस्कार के लिए रख दिया गया, लेकिन इसी दौरान यहां जमीन पर कब्जा किए अधेड़ अपनी पत्नी को साथ लेकर पहुंच गया। पति - पत्नी ने अंतिम संस्कार का विरोध शुरु कर दिया। यही नहीं, ग्रामीणों ने जब उन्हें समझाइश देने की कोशिश की तो विरोध पर अड़ा युवक बुजुर्ग के शव से चिपककर चिता पर ही लेट गया। वहीं, उसकी पत्नी चिता की लकड़ियां खींचकर हटाने लगी। मामला बिगड़ता देख ग्रामीणों ने पूलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दंपत्ति को शांत कराते हुए अपनी निगरानी में बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करवाया। हालांकि, घटना एक सप्ताह पुरानी बताई जा रही है। लेकिन, इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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यह है मामला

बड़ामलहरा के ग्राम सूरजपुरा कलां में 90 वर्षीय बुजुर्ग झल्लू लाल पटेल का बीते दिनों निधन हो गया था। मृतक के स्वजन और ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए मंदिर का बगीचा श्मशान घाट पहुंचे। यहां चिता सजाकर शव को उसपर रख दिया गया। लेकिन दाह संस्कार से एन पहले गांव में रहने वाला सरिया साहू अपनी पत्नी पुनिया बाई के साथ वहां पहुंच गया। उसने लोगों से कहा कि, ये जमीन श्मशान की नहीं, बल्कि उसकी है। इसपर ग्रामीणों ने उससे कहा कि, पर सरकार की ओर से ये स्थान अंतिम संस्कार के लिए श्मशान के रूप में चिन्हित किया है। लोगों से ये बात सुनते ही सरिया साहू चिता पर लेट गया और ग्रामीणों से कहने लगा कि, अंतिम संस्कार करना है तो हम दोनों का कर दो पर मेरे जीते जी यहां दाह संस्कार नहीं होगा।

ग्रामीणों ने सरिया का विरोध किया तो उसकी पत्नी पुनिया बाई चिता की लकड़ी हटाने लगी। इस दौरान ग्रामीणों ने दोनों को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन वो किसी की भी नहीं मान रहे थे। ऐसे में अंतिम संस्कार से पहले ग्रामीणों ने डायल 100 पर काल कर पुलिस को सूचना दी। जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने विऱोध कर रहे सरिया साहू और उसकी पत्नी पुनिया को मौके से हटाया। साथ ही अपनी निगरानी में बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करवाया।

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क्या कहता है सरकारी रिकार्ड

मंदिर बगीचा की ये जमीन राजस्व रिकार्ड में सरकारी दर्ज है। यहां पिछले कई वर्षों से कुशवाहा समाज के लोग अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं। इससे इसे मंदिर बगीचा श्मशान घाट के नाम से जाना जाता है। हालांकि, बीते कई दिनों से इसी जमीन पर सरिया साहू नामक शख्स ने कब्जा करके रखा है। बताया जा रहा है कि, सरिया साहू का रिश्तेदार पुलिस में अपसर है। इसी वजह से वो आए दिन ग्रामीणों को धमकाता रहता है।