
ek vivah aisa bhi Chhindwara News
छिंदवाड़ा। विवाह के तीन साल बाद ही पति की मौत हो गई। जीवन में एकाकीपन आ गया, जिसे ससुराल वालों ने महसूस किया। इससे बाद बहू को न सिर्फ बेटी जैसा प्यार दिया, बल्कि उसके लिए एक दूसरे वर की तलाश की और धूमधाम से पूरे रीति-रिवाज से विवाह करवाया। इस दौरान जेठ ने बहू का कन्यादान किया।
छिंदवाड़ा शहर में हुए इस अनोखे विवाह की चर्चा सभी जगह हो रही है। इसमें सामाजिक ताने-बाने को दरकिनार कर एक लडक़ी की खुशियों को प्राथमिकता दी गई। नागपुर रोड, सर्रा में रहने वाले ठाकरे परिवार ने 2017 में अपने तीसरे बेटे श्वेताम्बर ठाकरे का विवाह, पाठाढाना की बेटी निशा से किया।
हालांकि भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। एक छोटे से बेटे को गोद में छोडकऱ श्वेताम्बर लीवर की बीमारी से गत साल 2020 में काल कवलित हो गया। सिर्फ 22 साल की छोटी सी उमर में वैधव्य का दुख झेल रही बहू का दुख ठाकरे परिवार से देखा नहीं गया।
उन्होंने बड़ी खोजबीन करके बरारीपुरा में युवा आषीश से 15 जुलाई को धूमधाम से शादी करवा दी। सारा खर्च ठाकरे परिवार ने ही किया। सभी रस्म मायके पक्ष की तरह निभाई गईं और बेटी बन चुकी बहू की नम आंखों से विदाई भी की। विवाह में पूर्व निगम सभापति विजय पांडेय, भइयाजी शिवहरे सहित कई जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।
संयुक्त ठाकरे परिवार में कुल 22 सदस्य हैं। बहू के पिता बन चुके जेठ दिगम्बर ठाकरे ने बताया कि बहू का अकेलापन उन्हें टीस देता था। इसलिए उसकी सहमति से उन्होंने लडक़े की खोजबीन की। बहू का ससुराल अब उसका मायका है, उसके पिता की हैसियत से अब वे मायके में उसे सम्मान देते हुए बुलाएंगे।
Published on:
17 Jul 2021 08:02 am
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