
नए साल का दूसरा दिन भी परेशानियों से भरा रहा। यहां मंगलवार को भी पेट्रोल पंपों पर हालात खराब नजर आ रहे हैं। कई पंपों पर पेट्रोल नहीं है, और जहां पेट्रोल है वहां लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही है। मंगलवार सुबह से ही पंपों पर भीड़ उमड़ी हुई है।
सडक़ हादसों में 10 वर्ष की सजा तथा सात लाख रुपए का जुर्माना के प्रस्तावित कानून के विरोध में देशभर में ट्रक, पेट्रोलियम टैंकर व बसों की हड़ताल शुरू हो गई। हड़ताल की वजह से सोमवार को बसों का संचालन नहीं हुआ। वहीं टैंकरों के नहीं चलने से पेट्रोल पंपों पर भीड़ उमड़ गई। दोपहर के बाद कई पेट्रोल पंपों पर ड्राई हो गए। चालक बस स्टैंड पर नए कानून के विरोध में नारेबाजी करते रहे। वहीं रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी मांगों व कठोर कानून को वापस लेने को लेकर ज्ञापन सौंपा। सोमवार जैसी स्थिति मंगलवार को भी बनी हुई है।
जिले भर में लगाया गया जाम
केंद्र सरकार के प्रस्तावित कानून का विरोध पूरे जिले में देखने को मिला। सोमवार सुबह सिंगोड़ी, अमरवाड़ा, हर्रई बायपास, चौरई बायपास, नागपुर मार्ग पर सतनूर बॉर्डर के समीप और पांढुर्ना में मोरडोंगरी के आगे नेशनल हाईवे पर जाम लगाया गया। पांढुर्ना में नेशनल हाईवे पर तो सुबह नौ बजे से शाम तक करीब पांच सौ वाहन जाम में खड़े रहे। इन सभी स्थानों पर पुलिस ने पहुंचकर व्यवस्थाएं संभाली। हड़ताल का शिकार जिले की 108 एंबुलेंस सेवा भी हुई। जिले भर में संचालित एंबुलेंस को प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह रोका। कुछ स्थानों पर विवाद की स्थिति भी बनी।
इनका कहना है
ट्रकों का संचालन ट्रांसपोर्ट यूनियन ने बंद नहीं किया है। यह चालकों का मुद्दा है। जिले में सोमवार को तीस प्रतिशत ट्रक संचालित रहे। वर्तमान में मांग के हिसाब से उक्त कानून को सरकार को वापस लेना चाहिए।
नंदकिशोर डोडानी, अध्यक्ष, ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस छिंदवाड़ा
Updated on:
02 Jan 2024 10:45 am
Published on:
02 Jan 2024 10:44 am
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