परिवार में विवाद को जन्म लेते समय नहीं लगता। जरूरी नहीं कि किसी बड़ी वजह के चलते ही विवाद हो, कई बार परिवार के सदस्यों की गलत आदतों के चलते भी विवाद हो जाते हैं। ऐसे विवादों के चलते कई बार परिवार भी टूटने की कगार पर पहुंच जाते हैं। एक ऐसा ही मामला परिवार परामर्श केंद्र में सामने आया है। दरअसल परिवार परामर्श केंद्र में दो मामले ऐसे आए, जिन्होंने हर किसी को हैरान कर दिया, इन दोनों मामलों में पत्नियों से पति परेशान हो चुके थे, ऐसे में पतियों को समझाने की जगह महिलाओं को समझाकर मामला शांत किया गया।
10 माह पहले हुई थी शादी
परिवार परामर्श केंद्र में सुनवाई के दौरान एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें काउंसलर्स को भी सुनवाई करते समय महिला को ही समझाइश देनी पड़ी। दरअसल दम्पती के विवाह को अभी कुल 10 माह हुए हैं, लेकिन पत्नी ने परिवार परामर्श केंद्र में सुनवाई है के लिए आवेदन किया था कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता है। आवेदन मिलने पर परिवार परामर्श केंद्र से युवक को भी एक नोटिस भेजकर शनिवार को होने वाली सुनवाई में उपस्थित होने के लिए कहा गया। युवक सुनवाई में पहुंचा तो काउंसलर्स में ने उससे पूछा कि आखिर वह पत्नी के साथ मारपीट क्यों करता है तो जवाब मिला कि उसकी पत्नी पूरे दिन सुपारी चबाती रहती हैं।
250 ग्राम खा जाती थी सुपारी
तीन दिन में एक पाव सुपारी चबाने की उसकी आदत से पति परेशान था। समझाइश के बाद भी पत्नी की लत छूट नहीं रही थी। जिसके चलते उसने मारपीट शुरू कर दी। परिवार परामर्श केंद्र की काउंसलर्स ने महिला को समझाइश दी कि वह ऐसा न करें इससे उसका परिवार टूटने की कगार पर है और दूसरी सबसे बड़ी बात यह कि उसके इस तरह सुपारीखाने की आदत से स्वास्थ्य भी खराब होगा। समझाइश के बाद वह मानी और सुपारी नहीं खाने का भरोसा दिलाया जिसके बाद दोनों के बीच समझौता हुआ।
बातों-बातों में बोलती थी गालियां
एक अन्य मामले में सामने आया कि पत्नी घर में परिवार के सदस्यों के बीच चर्चा के दौरान अक्सर अपशब्दों का प्रयोग करती है। पति के साथ भी अपशब्दों में बातचीत करती है। इसके कारण परिवार के सदस्यों के साथ ही पति का बर्ताव भी उसके साथ अच्छा नहीं रहा। शनिवार को समझाइश के बाद मामले में समझौता हुआ। सुनवाई काउंसलर डब्ल्यू एस. ब्राउन,नीलू यादव, एएसआइ उषा जावरकर एवं दिनेश सोनी ने की।