सहकारिता विभाग एवं राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ के संयुक्त तत्वावधान में 10 दिवसीय राष्ट्रीय सहकार मसाला मेलो 18 मई तक चलेगा। सहकारिता क्षेत्र में राजस्थान देश का एक मात्र ऐसा प्रदेश है जो वर्ष 2003 से सहकार मसाला मेले का आयोजन करते हुए उपभोक्ताओं को शुद्ध मसाले व अन्य उत्पाद उपलब्ध कराने की पहल करता आ रहा है। राष्ट्रीय स्तर के इस मसाला मेले का खास इंतजार रहता है। इस बार अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष की थीम पर मेले का आयोजन किया जा रहा है।
ये रहेंगे मुख्य आकर्षण
मेले में केरल की काली मिर्च और लौंग, इरोड तमिलनाडु की हल्दी और दालचीनी, गुंटूर की लाल मिर्च और काज, कश्मीर की केसर, पंजाब के चावल, सिहोरी का गेहूं, मथानिया की मिर्च, नागौर का जीरा, सिरोही की सौंफ, प्रतापगढ़ की हींग, चित्तौडग़ढ़ की अजवाइन, पुष्कर का गुलकन्द, नाथद्वारा की ठण्डाई, भुसावर का अचार, राजसमंद का शर्बत, सोजत की मेहंदी, डूंगरपुर का आम पापड़, झाड़ोल की अरहर दाल, बीकानेर के पापड़ आदि मुख्य आकर्षण रहेंगे।