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राजस्थान के इस कस्बे की गुलाल से अट गई सडक़ें, हर जगह गूंजा जय हो सांवलिया सेठ की…पढ़े पूरी खबर

कृष्णधाम श्रीसांवलियाजी में भगवान श्रीसांवलिया सेठ की पूजा-अर्चना व शोभायात्रा के साथ तीन दिवसीय झलझूलनी एकादशी मेले का आगाज हुआ। इसके तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

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चित्तौडगढ़़. सुविख्यात कृष्णधाम श्रीसांवलियाजी में मंगलवार को भगवान श्रीसांवलिया सेठ की पूजा-अर्चना के व शोभायात्रा के साथ ही तीन दिवसीय जलझूलनी एकादशी मेले आगाज हो गया। मंदिर परिसर में वैदिक विद्यालय के आचार्य एवं बटुकों के मंत्रोच्चार व शंखनाद के मध्य गणपति वंदना के साथ मेले की शुरुआत हुई। मंदिर के ओसरा पुजारी एवं अन्य पुजारियों की ओर से भगवान श्री सांवलिया सेठ के बाल स्वरूप की पारंपरिक पूजा-अर्चना कर उन्हें छोटे बेवाण में विराजित किया गया। शंखनाद और श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच भगवान को काष्ठ रथ में विराजमान किया गया। शोभायात्रा बैण्ड बाजों, झांकियों व गुलाल व पुष्प वर्षा के साथ पारंपरिक मार्ग से नगर भ्रमण पर निकलकर पुन: मुख्य मंदिर पहुंची, जहां आतिशबाजी के रंगीन नजारों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। मेले के प्रथम दिन तेजा दशमी पर्व पर भगवान श्री सांवलिया सेठ की शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से दोपहर दो बजे प्रारंभ हुई। शोभायात्रा में सजे धजे घोड़े, ऊंट व हाथी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। इन पर केसरिया पोशाकों में बैठे पुजारी गुलाल उड़ा रहे थे। शोभायात्रा में बैंड बाजे, ढोल, मांदल एवं हारमोनियम की धुनों पर भक्त नाचते गाते भगवान श्री सांवलिया सेठ के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इस मौके पर सर्वत्र वातावरण कृष्ण भक्ति में ओत-प्रोत हो गया। शोभायात्रा में कस्बे के विभिन्न विद्यालयों की देव रूपी झांकियां शामिल थीं। शोभायात्रा मंदिर परिसर से शिव मंदिर चौक पहुंची, जहां बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रीसांवलिया सेठ के दर्शन के लिए आतुर दिखाई दिए। इसके बाद शोभायात्रा गढ़ी देवर के सामने से गुजरते हुए कबूतर खाना, ब्रह्मपुरी मोहल्ला मोहल्ला एवं सदर बाजार होती हुई रात्रि 8 बजे पुन: मंदिर परिसर पहुंची। शोभा यात्रा के मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद मंदिर के मुख्य सिंहद्वार के सामने रंग बिरंगी आतिशबाजी हुई।

आज को होंगे विविध आयोजन

मंदिर मंडल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन प्रभा गौतम ने बताया कि 3 सितम्बर को दोपहर 12 बजे मुख्य मंदिर से विशाल रथयात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के रात्रि 8 बजे पुन: आगमन पर रंगारंग आतिशबाजी भी होगी। बुधवार को ही रेफरल चिकित्सालय के पास स्थित स्टेज पर रात्रि 9 बजे बॉलीवुड प्लेबेक सिंगर ऋचा शर्मा एवं दल की ओर से भजनों की प्रस्तुतिया दी जाएगी। इसी मंच पर रात्रि एक बजे बृजवासी ब्रदर्स व गोकुल शर्मा तथा त्रिशा सुथार दल की ओर से सांवलिया सेठ के भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। मेला ग्राउंड मीरा रंगमंच स्टेज पर रात्रि 9 बजे वैष्णवी शर्मा एवं दल की ओर से भजन संध्या, मेला ग्रांउड गोर्वधन रंगमंच पर लीला कालबेलिया एवं दल की ओर से भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। गोर्वधन रंगमंच पर रात्रि एक बजे लाफ्टर फेम उदय दहिया एवं दल की ओर से हास्य प्रस्तुतियां होगी।

गुलाल से सराबोर हुए श्रद्धालु

श्रीसांवलिया सेठ के बाल विग्रह की शोभायात्रा के दौरान पुष्प व गुलाल बरसाए गए। बड़ी संख्या में शामिल महिलाएं व पुरुष श्रद्धालु गुलाल से सराबोर हो गए। सांवलियाजी की सडक़ों पर दूर-दूर तक गुलाल और पुष्प ही नजर आए।

आज विशाल रथयात्रा

जलझूलनी एकादशी पर बुधवार को भगवान श्री सांवलिया सेठ की विशाल रथ यात्रा दोपहर 12 बजे मंदिर परिसर से प्रारंभ होगी। रथ यात्रा नगर भ्रमण करते हुए सांवलिया सरोवर पहुंचेगी। जहां भगवान की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर स्नान कराया जाएगा। इस मौके पर हजारों भक्त भगवान श्रीसांवलिया सेठ के संग स्नान करने का आनंद लेंगे।