चुरूPublished: Apr 06, 2019 07:24:34 pm
Vinod Chauhan
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी ने शनिवार दोपहर करीब सवा 12 बजे तारानगर थाने के दो कांस्टेबलों को 25 हजार रूपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
चूरू में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, थाने में दो कांस्टेबलों को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
तारानगर।
Anti Corruption Aureau एसीबी ने शनिवार दोपहर करीब सवा 12 बजे तारानगर थाने के दो कांस्टेबलों को 25 हजार रूपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद स्वामी ने बताया कि झुंझुनूं जिले के गांव मलसीसर हाल बीकानेर निवासी परिवादी प्रभुदयाल जाट ने 4 अप्रेल 2019 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई कि 5 माह पूर्व उनके भांजे मुकेश को एनडीपीएस एक्ट के मामले में तारानगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मुकेश न्यायिक अभिरक्षा में चल रहा है। मामले की जांच तारानगर थानाधिकारी सुभाषचन्द्र कर रहे है। आरोपित मुकेश के चचेरे भाई की शादी अप्रेल माह के अंत में होनी है जिस कारण मुकेश के परिजन कोर्ट से मुकेश की जमानत करवाना चाहते थे। मुकेश के परिजनों ने जब कोर्ट में जाकर मुकेश की जमानत के लिए पता किया तो उन्हें कोर्ट से पता चला कि अभी तक पुलिस ने मुकेश के मामले को कोर्ट में चालान नही किया है। मामले का कोर्ट में चालान होने के बाद ही जमानत की अर्जी लगाई जा सकती है। मुकेश के मामा प्रभुदयाल ने मुकेश के मामले को कोर्ट में चालान करने के लिए तारानगर पुलिस से सम्पर्क किया। सम्पर्क करने के दौरान परिवादी प्रभुदयाल से तारानगर थानाधिकारी सुभाषचन्द्र के रीडर कास्टेबल राकेश जाट व कोर्ट में चालान वगैरह का कार्य देख रहे कांस्टेबल मामराज जाट ने मुकेश के मामले का कोर्ट में चालान जल्द पेश करने के एवज में 60 हजार रूपए मांगे। दोनों कांस्टेबलों ने चालान के बदले परिवादी प्रभुदयाल से 50 हजार रूपए दो किस्तों में लेने की बात तय कर ली। परिवादी प्रभुदयाल ने पुलिस कांस्टेबलों की ओर से रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी चूरू में की। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया तो शिकायत सही निकली। इसके बाद एसीबी टीम ने आरोपित कांस्टेबलों को पकडऩे का जाल बिछाया। टीम के निर्देश पर परिवादी प्रभुदयाल दोनों कांस्टेबलों के साथ हुई बात के मुताबिक 25 हजार रूपए देने शनिवार दोपहर करीब सवा 12 बजे तारानगर थाने पहुंचा। परिवादी प्रभुदयाल ने रीडर राकेश से उनके कक्ष में मिलकर तय सौदे के अनुसार उसे 25 हजार रूपए दे दिए। रीडर राकेश ने रूपए लेकर उन्हें अपनी दराज में रख लिए। जब परिवादी प्रभुदयाल ने रीडर राकेश से कास्ंटेबल मामराज के बारे में पूछा तो राकेश ने कहा कि हम दोनों की एक ही बात है मैं रूपयों के बारे में मामराज को बता दूंगा। इसके बाद रीडर राकेश ने दराज से रूपए निकालकर अपने कक्ष से बाहर आया व उसे कहीं छुपाकर थाने से बाहर चला गया। परिवादी प्रभुदयाल से इशारा मिलते ही छुपकर बैठी एसबी टीम ने रीडर राकेश को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।