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Rajasthan Election 2023 Result: चूरू में भाजपा का खराब प्रदर्शन, तारानगर से राजेन्द्र राठौड़ चुनाव हारे, राजनीतिक विशेषज्ञ भी चकित

Rajasthan Election 2023 Result: पिछले तीन दशक में विधानसभा चुनाव में चूरू जिले में भाजपा का इस बार सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। तीन दशक में पहली बार भाजपा यहां एक सीट पर सिमट रह गई।

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चूरू

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Kirti Verma

Dec 04, 2023

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Rajasthan Election 2023 Result: पिछले तीन दशक में विधानसभा चुनाव में चूरू जिले में भाजपा का इस बार सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। तीन दशक में पहली बार भाजपा यहां एक सीट पर सिमट रह गई। इतना ही नहीं भाजपा का गढ़ रतनगढ़ भरभराकर इस कदर ढह गया कि राजनीतिक विशेषज्ञ भी चकित रह गए। क्योंकि रतनगढ़ में कांग्रेस की अब तक सबसे बड़ी जीत रही। कांग्रेस के पुसाराम गोदारा ने भाजपा से यह सीट अधिकार पूर्वक छीन ली और एक बड़ी जीत हासिल कर कांग्रेस के लिए रिकॉर्ड बनाया।


अपने दमखम पर 1993 में चुनाव लड़ी भाजपा रही तीन पर
गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाली भाजपा ने वर्ष 1993 में चूरू जिले में अपने दमखम पर पहली बार चुनाव लड़ा और जिले की तीन सीट पर काबिज हुई। भाजपा ने चूरू, रतनगढ़ और सुजानगढ़ में चुनाव जीता। जबकि सरदारशहर, तारानगर व सादुलपुर में कांग्रेस काबिज हुई।


1998 में हुआ उलट फेर
वर्ष 1998 के विधानसभा चुनाव में चूरू जिले में उलटफेर हुआ और भाजपा ने सादुलपुर में जीत का खाता खोला। साथ ही चूरू की सीट बरकार रखी। भाजपा ने इस चुनाव में दो सीटों पर विजय प्राप्त की। कांग्रेस ने रतनगढ़, सुजानगढ़, सरदारशहर व तारानगर विजय रही।


2003 में रहा बराबरी का मुकाबला
चूरू जिले में वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का ग्राफ बढ़ा और तीन सीटों पर काबिज हुई। भाजपा ने रतनगढ़, चूरू, सुजानगढ़ में जीत दर्ज की। जबकि सदारशहर, तारानगर व सादुलपुर में कांग्रेस ने जीत हासिल की। हालांकि इस चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता हरिशंकर भाभड़ा चुनाव हारे, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी रहे राजकुमार रिणवां भाजपा में शामिल हो गए थे।


2008 में भाजपा को पहली बार मिली चार सीट
2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का जिले में ग्राफ बढ़ा और पहली बार चार सीट जीती। भाजपा को इस चुनाव में सादुलपुर, तारानगर, सरदारशहर व रतनगढ़ सीट पर भाजपा ने सफलता प्राप्त की। सरदारशहर चुनाव जीतकर भाजपा ने उलट फेर किया था जबकि कांग्रेस ने सुजानगढ़, व चूरू में कांग्रेस ने चुनाव जीता।


2013 में भाजपा का बढ़ा वर्चस्व
2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का वर्चस्व कायम रहा तो कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा। इस चुनाव में सरदारशहर ने कांग्रेस की लाज बचाई थी। जबकि सादुलपुर में पहली बार बसपा के मनोज न्यांगली चुनाव जीते। भाजपा ने चूरू, रतनगढ़, सुजानगढ़ व तारानगर में जीत दर्ज करवाई।

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2018 में कांग्रेस को मिली चार पर जीत
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को चार सीट पर जीत मिली और भाजपा दो पर सिमटकर रह गई। इस चुनाव में चूरू व रतनगढ़ भाजपा के खाते में गई। जबकि सरदारशहर, सुजानगढ़, सादुलपुर व तारानगर में कांग्रेस ने जीत दर्ज करवाई।


इस बार हुए उलटफेर में कांग्रेस रही चार पर
इस बार 2023 के विधानसभा चुनाव में बड़ा उलट फेर हुआ। कांग्रेस ने चार सीटें जीतकर अपना वर्चस्व कायम रखा, लेकिन भाजपा एक बार फिर पिछड़ गई। बसपा की एक बार फिर वापसी हुई है। बसपा के मनोज न्यांगली ने कांग्रेस की कृष्णा पूनियां से सीट छीन ली तो रतनगढ़ से कांग्रेस के पुसाराम गोदारा ने भाजपा से सीट छीन ली। तारानगर से चुनाव लड़े भाजपा के दिग्गज राजेन्द्र राठौड़ को 1990 के बाद पहली बार चुनाव हारना पड़ा।

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