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वैष्णो देवी हादसा: 2 सगे भाइयों की मौत से पिता और पत्नियां अनजान, बच्चों संग कर रही सकुशल लौटने का इंतजार

Rajasthan News: लोगों ने बताया कि परिवार की महिलाओं और बुजुर्गों को अब तक हादसे के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। अनिल और अरविन्द के पिता हनुमानमल ने तबीयत खराब होने और दो बेटों के नहीं लौटने की वजह से खाना भी नहीं खाया है।

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चूरू

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Akshita Deora

Aug 29, 2025

मृतक सगे भाइयों की फाइल फोटो: पत्रिका

2 Real Brother Died In Vaishno Devi landslide: वैष्णो देवी में हुए हादसे से एक तरफ पूरे जिले में गम है तो दूसरी तरफ परिजनों की आंखें गुरुवार को अपनों की राह तकती रही। हर कोई यही कह रहा है कि जम्मू में बाढ़ जैसे हालात है। इसलिए अनिल, अरविंद और गजानंद से बातचीत नहीं हो पा रही है। कॉलोनी के कई लोगों को अरविन्द और अनिल के आने के साथ माता रानी के प्रसाद का इंतजार है।

मृतकों के शव शुक्रवार को सुजानगढ़ पहुंचने की संभावना है। हादसे में सुजानगढ़ के दो भाई और सारोठिया गांव के एक युवक की मौत हो गई। शव लेने के लिए गुरुवार को सुजानगढ़ और सरदारशहर के आठ लोग रवाना हुए।

सुजानगढ़ में गुरुवार को दिनभर हादसे की चर्चा रही और दुकानें बंद रही। हर कोई अनिल और अरविन्द की सामाजिक सक्रियता की बात करते हुए नजर आया।

गौरतलब है कि वैष्णोदेवी में भूस्खलन की तबाही में शेखावाटी के भी 3 युवकों की मौत हो गई थी। ये युवक चूरू जिले सुुजानगढ़ और सारोठिया क्षेत्र के है। हादसे में सुजानगढ़ के 2 सगे भाई अनिल सोनी (40) और अरविन्द (45) पुत्र हनुमानमल सोनी की भी मौत हुई है। सारोठिया गांव के गजानंद सोनी की मौत हुई है।

महिलाओं को नहीं दी जानकारी

मृतकों के घर की गली में गुरुवार को दिनभर पूरी तरह खामोशी दिखी। यहां मौजूद लोगों ने बताया कि परिवार की महिलाओं और बुजुर्गों को अब तक हादसे के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। अनिल और अरविन्द के पिता हनुमानमल ने तबीयत खराब होने और दो बेटों के नहीं लौटने की वजह से खाना भी नहीं खाया है।

मृतकों में अनिल बड़ा है, जिसके दो बेटी और एक बेटा है। जबकि छोटे अरविन्द के दो बेटे हैं। अनिल की दुकान नया बाजार और अरविन्द की गांधी बालिका स्कूल के सामने तथा इनके पिता हनुमानमल की दुकान पाडियां धर्मशाला के सामने है।