वीडियो किस मोबाइल से बनाया गया है और किसने वायरल किया है इसका पता लगाया जा रहा है। चूंकि पोलिंग बूथ पर प्रशासन की तरफ से कोई वीडियो कैमरा नहीं लगाया गया था। इसके अलावा चुनाव में लगे कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है।
यह था मामला
छह मई को शहर में वार्ड 20 स्थित बूथ संख्या 205 पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के साथ आए मीडियाकर्मियों को अंदर जाने से महिला पुलिस कर्मी ने रोक लिया था। शाम करीब पौने छह बजे कैबिनेट मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल अपनी पत्नी केसर देवी सहित कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मतदान करने पहुंचे थे। इस दौरान साथ में आए मीडियाकर्मी कवरेज के लिए मतदान स्थल के अंदर जाने लगे तो यहां तैनात राजस्थान पुलिस की महिला कांस्टेबल ने मीडियाकर्मियों को रोका।
छह मई को शहर में वार्ड 20 स्थित बूथ संख्या 205 पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के साथ आए मीडियाकर्मियों को अंदर जाने से महिला पुलिस कर्मी ने रोक लिया था। शाम करीब पौने छह बजे कैबिनेट मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल अपनी पत्नी केसर देवी सहित कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मतदान करने पहुंचे थे। इस दौरान साथ में आए मीडियाकर्मी कवरेज के लिए मतदान स्थल के अंदर जाने लगे तो यहां तैनात राजस्थान पुलिस की महिला कांस्टेबल ने मीडियाकर्मियों को रोका।
इस बात को लेकर मंत्री मेघवाल कांस्टेबल पर भडक़ गए। उन्होंने महिला पुलिसकर्मी से कहा कि राजस्थान सरकार के मंत्री के साथ मीडिया कवरेज के लिए जाएगी तो तुम कैसे रोक सकती हो। प्रदेश में और भी जगह पर मीडिया ने जन प्रतिनिधियों की कवरेज की है। जिस पर महिला कांस्टेबल ने कहा कि मैं सैक्टर मजिस्ट्रेट के आदेशों की पालना कर रही हूं। तो गुस्साए मंत्री ने कांस्टेबल को लताड़ा और कहा कि क्या होता है सैक्टर मजिस्ट्रेट। मैं राजस्थान सरकार का कैबिनेट मिनिस्टर हूं।