रफीक मंडेलिया ने कहा कि नोटबंदी के दौरान देशभर में गर्मी के दौरान नोट बदलवाने के लिए कतारों में लगे अनेक लोग अकाल मौत के शिकार हो गए। हर वर्ग बैंकों के आगे कतार में लगा रहा। मगर भाजपा के किसी पदाधिकारी या कार्यकर्ता को कतार में लगे नहीं देखा गया। ये एक सोची-समझी साजिश थी। गोविंद महनसरिया ने कहा कि नोटबंदी के नाम पर देश से धोखा करने वाली भाजपा को जनता कभी माफ नहीं करेगी। ये देश के इतिहास में एक काला अध्याय है। जमील चौहान ने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थ व्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है।
धरने को हुसैन सैय्यद, आरिफ खां पीथीसीर, पुष्करदत्त इंदौरिया, अरविंद बाघ, रतनगढ़ प्रधान गिरधारी बांगड़वा, विकास बुडानिया व लीलाधर चुलेट आदि ने भी संबोधित किया। धरने पर नरेश सहारण, रामनिवास सहारण, ब्लॉक अध्यक्ष अबरार खान, जयचंद शर्मा, रमेश इंदौरिया, हरिप्रसाद इंदौरिया, जिला प्रवक्ता रघुनाथ खेमका, अजय बंसिया, विकास मील, उमाशंकर शर्मा, आदूराम न्यौल, कपिल भाटी, आसिफ व सद्दाम हुसैन सहित पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे। संचालन कल्याण सिंह शेखावत ने किया।