जानकारी के अनुसार ये सात बहनें हैं। पिता बंशीधर दाधीच की राजलदेसर कस्बे में पूजा सामग्री की दुकान है। इसके माध्यम से ही परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। अचानक हुई इस घटना ने उन्हें झकझोर दिया। मां सविता दाधीच गृहिणी हैं।
जानकारी के अनुसार दोनों मृतका की बड़ी बहन टिवंकल दाधीच की शादी थी 21 नवंबर और 23 नवंबर को उसके चचेरे भाई दिल्ली निवासी रवि दाधीच की शादी है। निवेदिता, काजल और अंजलि तीनों शादी की खरीदारी करने बीकानेर गर्ईं थीं।
निवेदिता बीकानेर में विधि महाविद्यालय में विधि द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह बचपन से ही होनहार रही है। वह आगे जाकर मजिस्ट्रेट बनना चाहती थीं लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। इस भीषण हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
निवेदिता की छोटी बहन काजल दाधीच रतनगढ़ के जालान कॉलेज में की छात्रा है। वह प्रथम वर्ष में अध्ययन कर रही थी। 12वीं बोर्ड परीक्षा में काजल ने तहसील को टॉप कर क्षेत्र का नाम रोशन किया था। दुर्घटना में घायल होने के बाद उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया था लेकिन उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया। वहीं इनके साथ बस में सवार इनकी बुआ का लड़के ललित मिश्रा की भी मौत हो गई है। काजल आगे चलकर प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती थीं।
शादी समारोह की तैयारियों को लेकर खरीदारी करने के बाद वापस लौटते समय बस में सात सदस्य सवार हुए थे। जिसमें बीकानेर निवासी बुआ मंजू मिश्रा, इनका बेटा ललित मिश्रा, निवेदिता, काजल, अंजलि, इनके चाचा धर्मेंन्द्र, चचेरी बहन प्रेक्षा बस में सवार थे। जिसमें निवेदिता, काजल (दोनों सगी बहनें), बुआ के बेटे ललित मिश्रा की मौत हो गई। शेष चार जने उपचाराधीन है।