थानाधिकारी महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि गांव सूरतपुरा निवासी धर्मवीर की ६५ वर्षीय पत्नी सरला देवी ने पर्चा बयान देकर दर्ज मामले में बताया कि वर्ष 1971 में उसकी शादी धर्मवीर के साथ हुई थी। चार पुत्रियां एवं एक 40 वर्षीय पुत्र सुदेश है, जो अविवाहित है। जबकि पुत्रियां विवाहित हैं। दर्ज मामले में बताया कि मेरी पुत्री सरिता एवं अनिता दीपावली पर्व पर घर आई थी तथा पुत्र सुदेश शराबी तथा आवारा किस्म का है। सात नवंबर की रात को नौ बजे लगभग खाना खाकर बरतन साफ कर रही थी। पुत्री सरिता उसके पास खड़ी थी। उसी दौरान पुत्र सुदेश शराब के नशे में घर आया तथा उसके हाथ में एक पांच लीटर की केन भी थी। जिसमें पेट्रोल भरा हुआ था तथा आते ही कुछ पेट्रोल आंगन में बिखेर दिया तथा कुछ पेट्रोल उसके ऊपर उड़ेल दिया तथा माचिस से उस पर आग लगा दी। जिसके कारण वह गंभीर रूप से झुलस गई। चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी पुत्रियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, तो उसकी पुत्री का एक हाथ व बायां पैर भी जल गया। घटना के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। पति व परिवार के लोगों ने उपचार के लिए उसे हिसार भर्ती करवाया। आरोप लगाया कि उसके पुत्र ने उसे जान से मारने की नीयत से पेट्रोल डालकर आग लगा दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
मारने की दी थी धमकी
आरोपित की बहन सरिता ने बताया कि उसका भाई आदतन शराबी है तथा दिन में भी शराब के नशे में सभी को मारने की धमकी दे रहा था। घर के बरतनों को भी नष्ट कर दिया था एवं कुल्हाड़ी मांग कर सभी को जान से मारने की धमकी दे रहा था। दीपावली पर पेट्रोल लेकर आया तथा उसकी मां पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। जिससे कारण उसकी मां बुरी तरह झुलस गई एवं घर में भी आग लग गई। थानाधिकारी महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि पुलिस ने घटना के बाद गांव में ही दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद आरोपी भी आग से थोड़ा झुलसा है। मुंह एवं हाथ-पैर जल गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी को सरदारशहर एडीजे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।