बल्लेबाजी क्रम लचीला रखने का हुआ था निर्णय
एक मीडिया से बात करते हुए संजय बांगड़ ने कहा कि उन्हें आश्चर्य होता है कि लोग इस मामले में उनकी तरफ तरफ देखते हैं, जबकि यह सिर्फ अकेले उनका निर्णय नहीं था। हमने सारी परिस्थितियों का आंकलन करने के बाद यह निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि पांच, छह और सात नंबर की बल्लेबाजी क्रम को लचीला रखने का निर्णय लिया गया था। सभी खिलाड़ी इस बात से निजी रूप से अवगत थे।
सेमीफाइल मुकाबले में हारने के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अफगानिस्तान के साथ हुए मैच के बाद यह निर्णय लिया गया था कि महेंद्र सिंह धोनी निचले क्रम में खेल सकते हैं। ऐसा इसलिए कि वह 35 ओवरों के बाद मैच को संभाल सकते हैं। इसलिए उन्हें सेमीफाइनल में नीचे भेजा गया था। दिनेश कार्तिक को प्रमोट कर पांचवें नंबर पर भेजा गया। लेकिन विकेटों के पतन के बाद धोनी पर फिनिशर की जिम्मेदारी आ गई।
रवि शास्त्री ने महेंद्र सिंह धोनी को सात नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजने के निर्णय को आसान बताया था। उन्होंने कहा था कि धोनी को नीचे भेजने का फैसला टीम का था। हर कोई इस निर्णय के साथ था। यह एक सरल निर्णय भी था। उन्होंने कहा कि अगर धोनी जल्दी बल्लेबाजी करने आते और आउट हो जाते तो लक्ष्य और भी मुश्किल हो जाता। हमें मैच के अंत में उनके अनुभव की जरूरत थी। वह इस समय के सबसे बड़े फिनिशर हैं।