गांगुली और सीओए ने भी कहा कि विराट को है हक
बता दें कि विंडीज दौरे पर रवाना होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि अगर मौजूदा कोच रवि शास्त्री अपने पद पर बने रहते हैं तो टीम इससे खुश होगी। वह टीम में घुलमिल गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने कहा था कि कोहली टीम इंडिया के कप्तान हैं और उन्हें अपनी बात रखने का हक है। वहीं सीओए ने गुरुवार को कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में रहने के नाते विराट कोहली को अभिव्यक्ति की आजादी है। वह अपनी राय रख सकते हैं।
जब कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा के बीच मतभेद के बारे में कपिल देव से पूछा गया तो उन्होंने मीडिया पर चुटकी लेते हुए कहा कि आपको अपना काम करना होता है और अफवाह उड़ाने में थोड़ा बहुत मदद तो मीडिया भी करता है।
कहा- मैदान पर हर खिलाड़ी का लक्ष्य मैच जीतना
विश्व विजेता पूर्व कप्तान ने कहा कि मैदान पर हर खिलाड़ी का एक ही लक्ष्य होता है। किसी भी तरह से मैच जीतना। जब आप खेलते हैं तो कोई अफवाहें नहीं होती। उन्होंने कहा कि वह अपने बारे में कह सकते हैं कि जब आप बल्लेबाजी करते हैं तो कोई लड़ाई नहीं होती। मैदान के बाहर सोच अलग हो सकती है। लेकिन जब मैदान पर सिर्फ एक ही लक्ष्य होना चाहिए कि कैसे मैच जीता जाए। यह अहम होता है। विचारों में मतभेद का मतलब किसी को नीचा दिखाने की कोशिश करना नहीं होता।
कपिल देव से जब यह पूछा गया कि क्या उन पर कोच चुनने का दबाव है। इस पर उन्होंने कहा कि कोई काम मुश्किल नहीं, जब जब आप अपनी सर्वश्रेष्ठ काबिलियत से अपना काम करते हैं। मुश्किल तब आती है, जब आप अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पाते।
बता दें कि कपिल के साथ सीएसी में पूर्व कोच अंशुमन गायकवाड़ और महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी भी हैं। इन्हीं तीनों पर भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच के चयन की जिम्मेदारी है।