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BCCI का लगातार तेजी से बढ़ रहा खजाना, 5 साल में इतने हजार करोड़ बढ़ गया बैंक बैलेंस

BCCI Bank Balance Increased: बीसीसीआई की वित्तीय स्थिति अब नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुकी है। 2019 में बीसीसीआई का बैंक बैलेंस 6,059 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 20,686 करोड़ रुपये हो गया है। इस तरह बोर्ड ने पांच वर्षों में 14,627 करोड़ रुपये की कमाई की है।

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भारत

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lokesh verma

Sep 07, 2025

BCCI President Election

BCCI Logo (Photo- IANS)

BCCI Bank Balance Increased: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की संपत्ति और खजाने में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। राज्य संघों में एक रिपोर्ट के अनुसार, 12 महीने पहले तक बीसीसीआई का बैंक बैलेंस 20,686 करोड़ रुपये था। निश्चित रूप से पिछले एक साल में इसमें तेजी से वृद्धि हुई होगी, जिसका वित्तीय मूल्यांकन 28 सितंबर को होने वाली वार्षिक आम बैठक में किया जाना है। यह बात भी सामने आई है कि बोर्ड हजारों करोड़ रुपये का इनकम टैक्‍स भी भर रहा है।

पांच वर्षों में 14,627 करोड़ रुपये की कमाई

क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की वार्षिक आम बैठक में मानद सचिव ने सदस्यों को अवगत कराया गया था कि 2019 में बीसीसीआई का बैंक बैलेंस 6,059 करोड़ रुपये से बढ़कर 20,686 करोड़ रुपये हो गया है, यह राशि राज्य क्रिकेट संघों को देय सभी राशियों के वितरण के बाद है। इस तरह 2019 से बोर्ड ने पांच वर्षों में 14,627 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसके अलावा, 2019 से, सामान्य निधि भी 3,906 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,988 करोड़ रुपये हो गई है, जो 4,082 करोड़ रुपये की वृद्धि है।

आयकर दायित्वों के लिए 3,150 करोड़ रुपये का प्रावधान

ये रिपोर्ट इस मिथक को भी तोड़ती प्रतीत होती है कि बीसीसीआई आयकर नहीं देता है। इसने विभिन्न न्यायाधिकरणों में अपनी अपील जारी रखते हुए करों के लिए 3000 करोड़ रुपये से अधिक अलग रखे हैं। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि बीसीसीआई ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आयकर दायित्वों के लिए 3,150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।

986.45 करोड़ रुपये की ब्याज आय

बोर्ड के लिए राजस्व बहुत अधिक होता, लेकिन बीसीसीआई के अंतर्राष्ट्रीय मैचों से सकल मीडिया अधिकार आय पिछले वर्ष के 2,524.80 करोड़ रुपये की तुलना में घटकर 813.14 करोड़ रुपये रह गई। यह कमी पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष के दौरान खेले गए अंतर्राष्ट्रीय घरेलू मैचों/सीरीज की कम संख्या का परिणाम है। वहीं, बोर्ड ने बैंक जमा पर 986.45 करोड़ रुपये की ब्याज आय अर्जित की, जबकि पिछले वर्ष यह 533.05 करोड़ रुपये थी।