
नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट टीम ( Pakistan Cricket Team ) के पूर्व खिलाड़ी दानिश कनेरिया ( Danish kaneria ) अभी भी खुद को पाकिस्तानी कहने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने मीडिया से बात की, जिसमें उन्होंने बताया कि जब वो पाकिस्तान के लिए खेलते थे, तो टीम के खिलाड़ी उनके साथ धर्म को लेकर भेदभाव करते थे, लेकिन उन्हें कभी धर्म बदलने की जरूरत नहीं पड़ी और ना ही उन्हें इस बात का दबाव महसूस हुआ।
मुझे पाकिस्तानी होने पर गर्व है- दानिश कनेरिया
दानिश कनेरिया ने बताया कि जब वो क्रिकेट खेलते थे तो टीम के खिलाड़ी उन्हें हिंदू होने की वजह से निशाना बनाया करते थे। कनेरिया ने कहा है, 'मैंने कभी इसे मुद्दा नहीं बनाया। मैंने केवल उन्हें नजरअंदाज किया क्योंकि मैं क्रिकेट पर और पाकिस्तान को जीत दिलाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहता था। मुझे हिन्दू और पाकिस्तानी होने पर गर्व है। मैं यह साफ करना चाहता हूं कि पाकिस्तान में हमारे क्रिकेट समुदाय को नकारात्मक तरीके से पेश करने की कोशिश न करें क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने मेरा पक्ष लिया और मेरे धर्म के बावजूद मेरा समर्थन किया।'
हिंदू धर्म में मेरी आस्था है- दानिश कनेरिया
धर्म परिवर्तन को लेकर दानिश कनेरिया ने कहा कि पाकिस्तान के कई खिलाड़ियों ने टीम में बने रहने के लिए धर्म बदल लिया, लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहता था। मुझे कभी धर्म परिवर्तन की जरूरत महसूस नहीं हुई क्योंकि मेरी इसमें आस्था है और कभी मुझ पर दबाव भी नहीं बनाया गया।
आपको बता दें कि दानिश कनेरिया ने शोएब अख्तर की टिप्पणी आने के बाद भेदभाव की बात स्वीकार की थी और कहा था कि वह उन नामों का भी जल्द खुलासा करेंगे, जिन्होंने टीम में धर्म के आधार पर उनके साथ भेदभाव किया। आपको बता दें कि हाल ही में शोएब अख्तर ने दानिश कनेरिया का नाम लेकर ये खुलासा किया था कि उनके साथ टीम में हिंदू होने की वजह से भेदभाव किया जाता था, कुछ खिलाड़ी तो दानिश के साथ खाना तक खाना पसंद नहीं करते थे।
Updated on:
28 Dec 2019 08:53 am
Published on:
28 Dec 2019 08:48 am
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