बाटा से जुड़कर खुश हैं मंधाना-
बाटा के साथ अपनी भागीदारी के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंधाना ने कहा कि जब मैंने पावर के लिए संपर्क किया था, तो सबसे पहले यह पता चला कि इस ब्रांड का विजन अधिक से अधिक युवा भारतीयों को फिटनेस के रास्ते पर लाने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा, “इसलिए यह एक ऐसा ब्रांड है जिसके साथ मैं जुडना पसंद करूंगी। पावर के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनना मेरे लिए वाकई सौभाग्य की बात है, क्योंकि यह मेरे निजी स्टाइल और मूल्यों को दर्शाता है।
कंपनी भी काफी है उत्साहित –
बाटा इंडिया के कंट्री मैनेजर संदीप कटारिया ने कहा कि स्मृति सभी युवाओं के लिए निश्चित रूप से बेहद प्रतिभाशाली खेल हस्तियों में से एक हैं और उनके लिए एक मजबूत रोल मॉडल हैं। हम देश का मान बढ़ाने वाली स्मृति को ब्रांड पावर का एम्बेसडर बनाकर बेहद उत्साहित हैं।
एक नजर मंधाना के क्रिकेट करियर पर –
स्मृति बाएं हाथ की बल्लेबाज़ हैं। इनका जन्म मुंबई में 18 जुलाई 1996 को हुआ था। उन्होंने 2014 में वॉर्म्सले पार्क में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। स्मृति ऐसे परिवार से आती हैं, जिसका क्रिकेट से गहरा रिश्ता रहा है। उनके पिता और भाई भी सांगली के लिए ज़िला स्तर पर क्रिकेट खेल चुके हैं।
अंडर 19 में बनाया था दोहरा शतक
11 साल की उम्र में वह अपने राज्य के लिए अंडर 19 टीम में खेलने लगी थीं। 2013 में स्मृति वनडे में दोहरा शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गईं और उनका नाम रिकॉर्ड बुक में आ गया। उन्होंने वेस्ट ज़ोन अंडर 19 प्रतियोगिता में महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए गुजरात के ख़िलाफ़ 150 गेंदों पर 224 रन बनाए थे।
महिला क्रिकेट की सहवाग –
मंधाना को महिला क्रिेकेट का सहवाग कहा जाता है। मंधाना वीरू की तरह ही सलामी बल्लेबाज हैं। साथ ही आक्रमक खेलती है। कल (बुधवार) को मंधाना ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार 135 रनों की शतकीय पारी खेली थी। वो भारत की पहली बल्लेबाज बनी जिन्होंने इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में जाकर शतक बनाया हो।