
नई दिल्ली : अंशुमान रथ की याद हैं आपको। जी हां, सही समझे। वही हॉन्गकॉन्ग क्रिकेट टीम के कप्तान, जिन्होंने पिछले साल दुबई में खेले गए एशिया कप में भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थी। टीम इंडिया से जीत के लिए मिले 286 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने अपने ओपनिंग साझेदार के साथ मिलकर 174 रन की पार्टनरशिप कर भारत के माथे पर पसीना ला दिया था। जब तक वह विकेट पर थे, लग रहा था कि हॉन्गकॉन्ग की टीम उलटफेर कर सकती है। हालांकि इनके आउट होते ही पूरी टीम भरभरा गई थी और जीत के काफी करीब पहुंचकर 26 रन से हार गई थी। इस साझेदारी में इस भारतीय मूल के खिलाड़ी ने 73 रन का योगदान दिया था और साबित कर दिया था कि उनके पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आक्रमण के सामने रन बनाने की क्षमता है। अब उनका सपना टीम इंडिया से खेलने का है। इसलिए हॉन्गकॉन्ग की टीम छोड़कर उन्होंने भारत में बसने का फैसला लिया है।
विदर्भ की तरफ से खेलेंगे घरेलू टूर्नामेंट
अंशुमन रथ ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में विदर्भ की टीम की तरफ से खेलने का फैसला लिया है। वह इस टीम की तरफ से रणजी, विजय हजारे ट्रॉफी समेत सारे भारतीय घरेलू टूर्नामेंट खेलना चाहते हैं। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ने बतौर स्थानीय खिलाड़ी उनका रजिस्ट्रेशन कर लिया है। अंशुमन ने नागपुर में किराये का मकान भी ले लिया है। हालांकि रणजी या किसी अन्य भारतीय टूर्नामेंट टीम में चयन के लिए उपलब्ध होने के लिए उन्हें कम से कम एक साल का कूलिंग ऑफ पीरियड पूरा करना होगा। इसलिए वह अगले साल ही अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। लेकिन इससे पहले उन्होंने विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से होने वाले क्लब टूर्नामेंटों में भाग लेना शुरू कर दिया है।
आईपीएल भी है लक्ष्य
अंशुमान हॉन्गकॉन्ग के लिए 18 वनडे खेल चुके हैं और उन्होंने इन मैचों में 52 के शानदार औसत से 828 रन बनाए हैं और 14 विकेट भी लिए हैं। हाल ही में वह कनाडा में हुई ग्लोबल टी-20 लीग में भी खेले थे। वह पाकिस्तान के अनुभवी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज की अगुआई वाली फ्रेंचाइजी टीम एडमंटन रॉयल की ओर से उन्होंने शिरकत थी। अब उनका अगला लक्ष्य बतौर भारतीय खिलाड़ी 2020 में आईपीएल खेलने का है। उनके पास भारतीय पासपोर्ट है, इसलिए बतौर अनकैप्ड खिलाड़ी उन्हें आईपीएल 2020 में प्रवेश मिल सकता है।
रथ को है अगले साल रणजी खेलने की उम्मीद
अंशुमान रथ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह अगले साल विदर्भ की टीम की तरफ से रणजी मैच खेल सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस एक साल की कूलिंग पीरियड में वह क्लब क्रिकेट में खेलेंगे। उन्होंने कहा कि हॉन्गकॉन्ग की राष्ट्रीय टीम से खेलने के कारण उन्हें काफी मदद मिली है। अभी नागपुर क्रिकेट अकादमी में मिल रहीं सुविधाएं बेहतरीन हैं। फिलहाल वह वह भारतीय विकेटों के साथ तालमेठ बिठाने की कोशिश में लगे हैं। उनके पास कोई कोच नहीं है, इसलिए वह सबकुछ खुद ही कर रहे हैं। साथ में यह भी कहा कि अकादमी के संस्थापक माधव बाकरे से उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है।
Updated on:
30 Oct 2019 05:41 pm
Published on:
30 Oct 2019 05:39 pm
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