
हैमिल्टन। न्यूजीलैंड ( New Zealand ) के खिलाफ टी20 सीरीज जीतने के बाद भारतीय टीम ( Indian Team ) का वनडे सीरीज में आगाज अच्छा नहीं रहा है। बुधवार को न्यूजीलैंड ने पहले वनडे में भारत को 4 विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। भारत सिर्फ पहला वनडे ही नहीं हारा बल्कि मैच में उसे और भी भारी नुकसान झेलना पड़ गया है। दरअसल, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने टीम इंडिया पर मैच फीस का 80 फीसदी जुर्माना लगा दिया है।
स्लो ओवर रेट का लगा जुर्माना
जानकारी के मुताबिक, आईसीसी ( ICC ) ने ये कार्रवाई स्लो ओवर रेट की वजह से की है। स्लो ओवर-रेट के कारण भारतीय क्रिकेट टीम पर तीसरी बार जुर्माना लगाया गया है। आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने विराट पर लगे उस पर आरोप पर अपनी मुहर लगा दी, जिसमें कहा गया था कि भारतीय कप्तान की अगुआई में टीम इंडिया ने तय समय में फेंके जाने वाले ओवरों की संख्या से 4 ओवर कम फेंके।
कब लगता है स्लो ओवर रेट का जुर्माना?
खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सपोर्ट स्टाफ के लिए बनी आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के मुताबिक, जो भी खिलाड़ी आवंटित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहते हैं, उन पर उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। चूंकि भारतीय टीम ने 4 ओवर कम फेंके, इसलिए टीम पर 80 फीसदी जुर्माना लगाया गया है।
विराट ने मानी अपनी गलती
आईसीसी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस अपराध के लिए विराट कोहली ( Virat Kohli ) को दोषी ठहराया गया। उन्होंने अपना अपराध स्वीकार भी कर लिया है। ऐसे में अब औपचारिक सुनवाई की कोई जरूरत नहीं बची है। ऑन-फील्ड अंपायर शॉन हैग और लैंगटन रुसरे और थर्ड अंपायर ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड और चौथे अंपायर क्रिस ब्राउन ने टीम इंडिया पर धीमी गति से गेंदबाजी करने का आरोप लगाया था।
Updated on:
06 Feb 2020 09:33 am
Published on:
06 Feb 2020 09:29 am
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