प्रसाद ने वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में कहा कि चयनकर्ताओं ने केवल एक स्थान को छोड़कर 15 स्थानों के लिए नाम तकरीबन तय कर लिए हैं। इन्हें आईसीसी द्वारा दी गई समयसीमा से पहले पक्का किया जाएगा और फिर अंतिम खिलाड़ियों की सूची भेज दी जाएगी।
उन्होंने जहां पंत को ‘हेल्दी हेडेक’ यानी ‘अच्छी परेशानी’ बताया, तो विजय शंकर को बैटिंग ऑलराउंडर के रूप में देखे जाने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस माह न्यूजीलैंड की सीरीज में इनका प्रदर्शन शानदार रहा है और इसके चलते विश्व कप चयन के लिए एक नया ‘आयाम’ सामने आया है।
प्रसाद ने आगे कहा, “बेशक वह (पंत) विवाद में हैं। वह हेल्दी हेडेक हैं. पिछले एक साल में सभी प्रारूपों में पंत ने शानदार प्रदर्शन किया है। वास्तव में हमें लगता है कि अब उन्हें कुछ और परिपक्व होने और अनुभव हासिल करने की जरूरत है। यही वजह है कि हमनें जहां पर भी संभव हुआ उन्हें इंडिया ए सीरीज में शामिल किया।”
पहले दिनेश कार्तिक के साथ पंत को विकेटकीपर के रूप में एमएस धोनी के बैकअप के रूप में देखा जा रहा था। हालांकि, पिछले 12 महीनों से कार्तिक निचले क्रम में फिट हो चुके हैं, चयनकर्ता अब देख रहे हैं कि क्या पंत को एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में शामिल किया जा सकता है।
वहीं, इससेे उलट न्यूजीलैंड में T20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने वाले विजय शंकर भी अब विवाद में कूद गए हैं। इस सीरीज में उनसे विराट कोहली की गैरहाजिरी में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने को कहा गया था। हैमिल्टन में भारत के सीरीज हारने के बाद तमिलनाडु के इस ऑलराउंडर ने कहा कि वह 3 नंबर पर खेलकर आश्चर्यचकित हैं, इस मैच में उन्होंने 28 गेंदों पर 43 रन बनाए थे।
एमएसके प्रसाद ने माना कि चयनकर्ताओं के 20 खिलाड़ियों के पूल में विज चौथे ऑलराउंडर हो सकते हैं। इनमें से ही अंतिम 15 का चयन किया जाएगा। प्रसाद के मुताबिक विजय शंकर को जो भी अवसर मिले हों, उन्होंने इसके लिए जरूरी कौशल दिखाए। हम पिछले दो साल से उन्हें इंडिया ए टूर पर ले जाकर बेहतर बना रहे हैं। लेकिन हमें देखना होगा कि वह टीम में कहां पर फिट हो सकते हैं।
पिछले साल इंग्लैंड दौरे तक राहुल को चयनकर्ता तीसरे सलामी बल्लेबाज के रूप में देख रहे थे। हालांकि वह अपनी फार्म को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, इसलिए चयनकर्ताओं को अन्य विकल्प देखने पर मजबूर होना पड़ा, और शायद यही वजह है कि एक बार फिर से चर्चाओं में अंजिक्य रहाणे आ गए।
भले ही रहाणे ने पिछले साल के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद से कोई भी एकदिवसीय मैच न खेला हो, वह इस सीजन में प्रथम श्रेणी (लिस्ट ए) क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान उन्होंने 11 पारियों में 74.62 के औसत ने 597 रन बनाए, जिनमें दो बड़ी सेंचुरी और तीन अर्ध शतक शामिल हैं। हालांकि इन पारियों में रहाणे का स्ट्राइक रेट 77.83 रहा है, शायद जिसकी वजह से ही उन्हें पिछले साल भारत के एकदिवसीय मैचों से बाहर रखा गया।
प्रसाद का कहना है कि घरेलू क्रिकेट में वह (रहाणे) अपनी फार्म में हैं, लेकिन विश्व कप के लिए वह काफी विवाद में हैं।