
Team India (Photo Credit - IANS)
IND vs ENG 4th Test: एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 से 27 जुलाई तक खेला जाएगा। इस मुकाबले के लिए दोनों टीमों ने अपनी कमर कस ली है, क्योंकि जहां शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम सीरीज में बराबरी के लिए मैदान पर उतरेगी, वहीं इसके उलट इंग्लैंड की टीम टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी। हालांकि पिछले बार की तरह इंग्लैंड के खिलाफ अगली भिड़ंत में भी भारतीय टीम की चिंता नंबर-3 बल्लेबाजी क्रम को लेकर होगी। क्योंकि घरेलू मुकाबलों में दमदार प्रदर्शन करने चलते आठ साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले धाकड़ बल्लेबाज करुण नायर अपेक्षा के मुताबिक टीम की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके हैं। वहीं, साई सुदर्शन लीड्स में मिले मौके को भूनाने से चूक गए हैं। ऐसे में सिर्फ भारतीय टीम प्रबंधन ही नहीं बल्कि क्रिकेट प्रशंसकों की भी नजरें अभिमन्यु ईश्वरन पर टिक गई हैं। हालांकि साई सुदर्शन और करुण नायर की पिछली असफलताओं के बावजूद, अभिमन्यु ईश्वरन से उनकी कड़ी टक्कर है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि भारतीय टीम ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ किसे मौका देती है। फिलहाल, तीनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर डालते हैं एक नजर--
एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी के तीन टेस्ट मैच में 33 वर्षीय भारतीय बल्लेबाज करुण नायर ने 6 इनिंग में 21.83 की औसत से कुल 131 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 40 रन है। यानी करुण नायर बड़ी पारी क्या एक अर्द्धशतक भी लगा पाने में कामयाब नहीं हो सके हैं। यह तब है जब लीड्स टेस्ट मैच के बाद के दो मैचों में उन्हें तीसरे नंबर पर खेलने का मौका दिया गया। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय कोच गौतम गंभीर खुलकर करुण नायर के पक्ष में खड़े नजर आए थे। उन्होंने कहा था कि करुण नायर को ज्यादा मौके दिए जाएंगे, फिलहाल वह कोच और कप्तान की उम्मीदों पर अब तक खरे नहीं उतर सके हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने साई सुदर्शन को नंबर-3 पर बल्लेबाजी के लिए उतारा था। हालांकि वह पहली पारी में जहां खाता नहीं खोल सके थे, वहीं दूसरी इनिंग में साई सुदर्शन 30 रन बनाकर आउट हो गए थे। इसके बाद उन्हें पिछले दो टेस्ट मैचों में बेंच पर बैठना पड़ा था।
अभिमन्यु ईश्वरन को अब तक टेस्ट कैप पहनने का मौका नहीं मिला है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में भी उन्हें भारतीय प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिल सकी थी। वहीं इंग्लैंड दौरे पर अब तक खेले गए मुकाबलों में भारतीय टीम की प्लेइंग-11 में जगह नहीं बना सके हैं। वहीं, अगर उनके घरेलू मैचों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्हें भारतीय टीम की प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिलना हैरान करता है, क्योंकि उन्होंने 103 प्रथम श्रेणी मैचों में 48.70 की औसत औसत कुल 7841 रन बनाएं हैं, जिसमें 27 शतक और 31 अर्द्धशतक शामिल है। वहीं 89 लिस्ट-ए मैच में 47.03 की औसत से 3857 रन बनाए हैं, जिसमें 9 शतक और 23 अर्द्धशतक शामिल हैं। टी-20 क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 34 मैचों में 128.59 की स्ट्राइक और 37.53 की औसत से कुल 976 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और 5 अर्द्धशतक शामिल हैं।
Published on:
16 Jul 2025 11:35 pm
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