चौथे दिन का खेल शुरू होने से पहले लग रहा था कि पुजारा आसानी से शतक पूरा कर लेंगे। उन्हें शतक बनाने के लिए सिर्फ 9 रनों की जरूरत थी। हालांकि चौथे दिन जब वह क्रिज पर खेलने आए तो एक भी रन नहीं बना सके। रोबिनसन की गेंद पुजारा के पैड पर जा लगी। इस पर इंग्लैंड के गेंदबाजों ने आउट की अपील की, लेकिन अंपयार ने नॉट आउट दिया। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने इस पर रिव्यू लिया और तीसरे अंपायर ने पुजारा को आउट दे दिया। ऐसे में पुजारा चौथे दिन बिना कोई रन बनाए आउट हो गए और शतक से भी चूक गए।
चेतेश्वर पुजारा ने इस सीरीज में इससे पहले 50 का आंकड़ा भी पार नहीं किया था। इससे पहले इस सीरीज में पुजारा ने 45 रन की पारी खेली थी। 45 रन की पारी पुजारा ने सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में लॉर्ड्स के मैदान पर खेली थी। यह पारी उन्होंने दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में खेली थी। वहीं तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में पुजारा ने 91 रन बनाए। पुजारा ने अपनी इस पारी में 189 गेंदों का सामना किया और 15 चौके मारे।
पुजारा ने पचास रन पूरे करने के लिए भी लंबा इंतजार किया। इससे पहले पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ ही चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 73 रनों की पारी खेली थी। 13 पारी के बाद उनके बल्ले से अर्धशतक निकला। वहीं पुजारा ने सिडनी में जो शतक लगाया था उसके बाद वह कुल 37 पारी खेल चुके हैं लेकिन शतक नहीं लगा पाए हैं।
पुजारा असली स्टिकर: लॉयड
वहीं इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने कहा है कि चेतेश्वर पुजारा इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में सकारात्मकता के साथ खेले। साथ ही उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के गेंदबाज पुजारा से पार पाने में नाकाम रहे जिससे उन्हें स्कोर करने का मौका मिला। लॉयड ने कहा कि पुजारा का इस सीरीज में कमजोर समय रहा है, लेकिन शुक्रवार को सभी गेंदबाज मायूस दिखे क्योंकि वे उन्हें लेग साइड गेंदबाजी करते रहे। यह वही है जहां पुजारा चाहते हैं। लॉयड ने पुजारा को एक असली स्टिकर बताया।