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सरफराज खान ने रवींद्र जडेजा के रन आउट कराने को लेकर दिया बड़ा बयान

Sarfaraz Khan on run out: सरफराज खान ने डेब्‍यू टेस्‍ट में ही इंग्लिश गेंदबाजों की धुनाई करते हुए सबका दिल जीत लिया। ऐसा लग रहा था कि अंग्रेज सरफराज खान को आउट ही नहीं कर पाएंगे, लेकिन रवींद्र जडेजा की गलती से वह रन आउट हो गए। इस पर सरफराज ने अपनी चुप्‍पी तोड़ी है।

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Sarfaraz Khan on run out: भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच टेस्‍ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट में खेला जा रहा है। मैच के पहले दिन का खेल खत्‍म होने तक भारत ने पांच विकेट के नुकसान पर 326 रन बना लिए हैं। रवींद्र जडेजा 110 रन पर नाबाद है तो डेब्यूटंट सरफराज खान ने 62 रनों की विस्‍फोटक पारी खेली। उन्‍होंने जिस तरह से इंग्लिश गेंदबाजों की धुनाई की, उससे सभी का दिल जीत लिया है। लंबे समय से डेब्यू का इंतजार कर रहे सरफराज खान में रनों की भूख साफ नजर आई। ऐसा लग रहा था कि अंग्रेज सरफराज खान को आउट ही नहीं कर पाएंगे, लेकिन रवींद्र जडेजा ने अपना शतक पूरा करने के चक्‍कर में बड़ी गलती कर दी और सरफराज खान को रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा।

सरफराज खान ने जडेजा की गलती से खुद के रन आउट होने पर बयान देकर सभी का दिल जीत लिया है। उन्‍होंने कहा कि रवींद्र जडेजा से कोई शिकायत नहीं है। सरफराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अपने पिता के सामने डेब्‍यू कैप लेना मेरा सपना था। जब मैं छह वर्ष का था, तब उन्होंने मेरी ट्रेनिंग शुरू कर दी थी।

मेरा सपना था कि उनके सामने देश के लिए खेलूं। अपनी बल्‍लेबाजी को लेकर कहा कि ड्रेसिंग रूम में मैं करीब चार घंटे से पैड बांध बैठकर यही सोच रहा था कि मैंने लाइफ में कितना धैर्य रखा। क्रीज पर आने के बाद शुरुआती कुछ गेंदों पर मैं नर्वस था, लेकिन अधिक अभ्यास और कड़ी मेहनत के चलते सब सही रहा।

'मेरा देश के लिए खेलना पिता का सपना था'

सरफराज ने कहा कि अपने पिता के सामने देश के लिए खेलने से अधिक रन बनाना और प्रदर्शन मायने नहीं रखता। मेरा देश के लिए खेलना पिता का सपना था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। उस दौरान घर से उतना सपोर्ट नहीं मिल सका था। पिता ने मेरे ऊपर काफी मेहनत की है और अब वह मेरे भाई के साथ भी ऐसा ही कर रहे हैं। ये मेरी लाइफ का सबसे गौरवपूर्ण क्षण है।

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'रन आउट संवादहीनता का मामला'

सरफराज खान ने आगे कहा कि रन बनाना मेरे दिमाग में उतना नहीं था, जितना वह पिता के सामने देश के लिए खेलने को लेकर खुश थे। पहले पिता राजकोट आने को तैयार नहीं थे, लेकिन कुछ लोगों ने जोर देने पर वह आए। जब मैंने उनके सामने कैप ली तो वे भावुक हो गए और मेरी पत्नी भी। सरफराज खान ने अपने रन आउट को संवादहीनता का मामला बताया। उन्होंने कहा कि ये गेम का हिस्सा है। क्रिकेट में संवादहीनता होती है। कभी-कभी आप रन आउट हो जाते हैं और कभी-कभी रन मिलते हैं।

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