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‘अगले 10 साल तक अंपायरों के एलीट पैनल में किसी भारतीय का शामिल होना मुश्किल’

आईसीसी के अंपायर परफॉर्मेंस एवं ट्रेनिंग मैनेजर के पद पर रहे ऑस्ट्रेलियाई अंपायर साइमन टॉफेल ने कही ये बात।

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simon taufel

दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के एलीट पैनल में अभी भारत का कोई अंपायर नहीं है और आईसीसी के अंपायर परफॉर्मेंस एवं ट्रेनिंग मैनेजर रहे दिग्गज अंपायरों की लिस्ट में शामिल ऑस्ट्रेलियाई अंपायर साइमन टफेल की मानें तो आने वाले 10 साल तक किसी भारतीय अंपायर के आईसीसी अंपायरों के एलीट पैनल में शामिल होने की संभावना नहीं है।

इस साल एस रवि को पैनल से हटा दिया गया

2015 से इस साल की शुरुआत तक भारतीय एस रवि को इस साल की शुरुआत तक अंपायरों की एलीट पैनल में शामिल थे। इस साल की शुरुआत में उन्हें इस पैनल से हटा दिया गया था। इसके बाद से किसी भी भारतीय अंपायर को इस लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। रवि ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 33 टेस्ट, 48 वनडे और 18 टी-20 मैचों में अंपायरिंग की है। एस वेंकटराघवन के बाद रवि दूसरे भारतीय थे, जिन्होंने 12 सदस्यीय आईसीस एलीट पैनल में जगह बनाया था।

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10 साल तक कोई उम्मीद नहीं

टॉफेल ने कहा कि एक विश्व स्तरीय अंपायर तैयार करने में 10 साल का समय लगता है। उन्हें याद है कि 2006 में जब उनका कार्यक्रम भारत में शुरू हुआ था, उसके बाद एस रवि को एलीट पैनल में शामिल होने में 10 साल लगे थे। इसलिए उन्हें लगता है कि बीसीसीआई को अपने कार्यक्रमों पर पुनर्विचार की जरूरत है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं। गलत भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में एक दशक लग ही जाता है।

ढांचा बेहतर कर ही इस ओर बढ़ा जा सकता है

टॉफेल ने कहा कि बीसीसीआई के नए अध्यक्ष सौरव गांगुली अब घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने की बात कर रहे हैं। वह सही राह पर हैं और उम्मीद है कि उनकी इस योजना में अंपायरिंग भी शामिल होगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अंपायरों की बात नहीं है। यह ढांचे और व्यवस्था की बात है। ऐसा माहौल तैयार करने की बात है, जहां अंपायर प्रगति कर सकें। उन्होंने इसका अर्थ समझाते हुए कहा कि आपके पास संसाधन होना चाहिए और साथ में अंपायर मैनेजर, अंपायर कोच, अंपायर ट्रेनर आदि भी होना चाहिए।

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सर्वश्रेष्ठ अंपायरों में होती है टॉफेल की गिनती

साइमन टॉफेल अब अंपायरिंग से संन्यास ले चुके हैं। 2004 से 2008 के बीच वह दुनिया के नंबर एक अंपायर रह चुके हैं। इसकेक अलावा 48 साल के टॉफेल 2012 में अंपायरिंग से संन्यास लेने के बाद अक्टूबर 2015 तक आईसीसी के अंपायर परफॉर्मेंस एवं ट्रेनिंग मैनेजर के पद पर भी रहे हैं।