
तेजपुर : भारत के अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट विजय मर्चेट ट्रॉफी में मेघालय के युवा गेंदबाज गेंदबाज निर्देश बैसोया ने परफेक्ट 10 का अद्भुत कारनामा किया। मेघालय के इस गेंदबाज ने तेजपुर के असम वैली स्कूल ग्राउंड में नगालैंड के खिलाफ खेले गए मैच में यह कारनामा करके दिखाया। मैच के पहले दिन बुधवार को पहली पारी खेलने उतरी नगालैंड के बल्लेबाज निर्देश का सामना नहीं कर सके और एक के बाद एक आउट होते गए और अंत में उन्होंने नगालैंड के दसों विकेट अपने नाम कर लिए।
पारी के 10वें ओवर में लिया पहला विकेट
निर्देश ने नगालैंड की पारी के 10वें ओवर की तीसरी गेंद पर अपना पहला विकेट लिया। पहला विकेट सावलिन कुमार मलिक के रूप में आया तो उन्होंने दसवां विकेट हुटो तोशिहो अचहुमी के रूप में लिया। उनके परफेक्ट 10 की बदौलत नगालैंड की पूरी टीम 113 रनों पर आलआउट हो गई। निर्देश ने 21 ओवर में 51 रन देकर 10 विकेट लिए। 21 ओवरों में उन्होंने 10 मेडन ओवर भी डाले। इसके साथ ही उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले के परफेक्ट 10 की बराबरी की। कुंबले ने 1999 में दिल्ली टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन देकर 10 विकेट लिए थे।
बल्लेबाजी में भी दिखाए हाथ
गेंद से अद्भुत करिश्मा करने के बाद निर्देश ने बल्ले भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मेघालय की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए 100 गेंदों पर 68 रन बनाए। उनके इस योगदान के दम पर मेघालय ने पहले दिन स्टंप तक चार विकेट के नुकसान पर 109 रन बना लिए हैं।
कुंबले की बराबरी कर काफी खुश हैं बैसोया
मेरठ से ताल्लुक रखने वाले 15 साल के निर्देश मेघालय की ओर से गेस्ट गेंदबाज के तौर पर खेलते हैं। अनिल कुंबले के परफेक्ट 10 की बराबरी कर वह बेहद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि इस करिश्मे पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है। कुंबले ने जब एक ही पारी में 10 विकेट चटकाए थे, तब वह पैदा भी नहीं हुए थे। सिर्फ सुना है। उन्होंने कहा कि उनकी चाहत हमेशा से कुछ ऐसा ही करने की थी, लेकिन कभी यह नहीं सोचा था कि इतनी जल्दी उनकी जिंदगी में यह दिन आ जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने जब अपने परिवार वालों को इस बारे में फोन पर बताया तो वह भी भावुक हो गए।
छह विकेट लेने के बाद लगा ऐसा कर सकते हैं
वैसोया ने कहा कि जब पहले ही सत्र में अकेले उन्होंने छह विकेट चटका लिए तब उन्हें लगा कि वह ऐसा कर सकते हैं। इसमें उनके टीम के साथियों ने भी मदद की। उन्होंने बताया कि पिच में सुबह से टर्न थी और मौसम भी मददगार था। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सपना सच होने जैसा है। उन्होंने कभी इस बात की उम्मीद भी नहीं की थी। उन्हें लगातार कड़ी मेहनत करते रहना होगा, ताकि वह लंबा सफर तय कर सकें।
अश्विन और लॉयन से सीखते हैं
अंडर-16 विजय मर्चेट ट्रॉफी में बैसोया का यह दूसरा सीजन है। इस सीजन में वह अब तक चार मैचों में 27 विकेट ले चुके हैं। पिछले सीजन में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी और छह मैचों में 33 विकेट चटकाए थे। बैसोया ने कहा कि वह रविचंद्रन अश्विन और नाथन लायन की गेंदबाजी देखकर सीखने की कोशिश करते हैं। निर्देश तीन बहनों और दो भाइयों में सबसे छोटे हैं। वह घर वापस लौटकर अपने इस खास उपलब्धि के अनुभवों को पूरे परिवार के साथ साझा करना चाहते हैं।
पिछले साल दो गेंदबाजों ने किया था यह कारनामा
घरेलू सीजन में यह लगातार दूसरा साल है, जब किसी ने परफेक्ट 10 का कारनामा किया है। पिछले साल मणिपुर के तेज गेंदबाज रेक्स सिंह एक पारी में 10 विकेट लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज बने थे। उन्होंने कूच बिहार ट्रॉफी में यह कारनामा किया था। पिछले ही साल पुडुचेरी के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज सिदक सिंह ने सीके नायडू ट्रॉफी में 10 विकेट चटकाए थे।
Updated on:
06 Nov 2019 10:23 pm
Published on:
06 Nov 2019 10:19 pm
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