
भारतीय खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा। (फोटो सोर्स: एक्स@/BCCI)
Jasprit Bumrah and Ravindra Jadeja Birthday: भारतीय टीम के दो प्रमुख खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा आज यानी 6 दिसंबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। बुमराह मौजूदा दौर में दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज मानें जाते हैं, उनके सामने अच्छे से अच्छे बल्लेबाज भी रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आते हैं। वहीं, टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके जडेजा टेस्ट और वनडे इंटनेशनल क्रिकेट में भारत के प्रमुख ऑलराउंडर हैं। वह जब-जब जरुरत पड़ती है, तब-तब गेंद और बल्ले दोनों से कमाल करते हैं। आज इन दोनों भारतीय स्टार क्रिकेटरों के जन्मदिन के मौके पर आज हम उनके संघर्ष और सफलता की कहानी पर चर्चा करेंगे और बताएंगे कि कैसे इन दोनों फर्स से अर्श तक का सफर तय किया है।
यॉर्कर स्पेशलिस्ट जसप्रीत बुमराह आज 32 साल के हो गए हैं। जब वे पांच वर्ष के थे, तब उनके सिर से पिता का साया उठ गया गया था। इसके बाद सारी जिम्मेदारी मां पर आ गई, जो एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं। उस दौरान बुमराह के पास सिर्फ एक टी शर्ट हुआ करती थी, जिसे वह रोज शाम को धोते थे, ताकि अगले दिन पहन सकें। उनके पास सिर्फ एक जोड़ी जूते थे, जो कि फटे हुए थे। उन्ही से वह गेंदबाजी का अभ्यास किया करते थे। एक बार वह जिद करके मां के साथ जूतों के शोरूम गए, लेकिन जूतों की कीमत उनकी पहुंच से दूर थी। इसलिए उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
बुमराह का गेंदबाजी एक्शन बचपन से ही चर्चा में रहा। स्कूल में उनके गेंदबाजी एक्शन का खूब मजाक बनाया जाता था, लेकिन कभी उन्होंने हार नहीं मानी। जब वह 14 साल के हुए तब उन्होंने अपनी मां को बताया कि वे क्रिकेटर बनना चाहते हैं। एक दिन उन्हें गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के समर कैंप में खेलता देख सेलेक्टर ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें मौका दिया। 2013 में उन्होंने गुजरात की टीम के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना शुरू किया।
इसके बाद बुमराह को आईपीएल खेलने का मौका मिला, मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए बुमराह ने काफी शानदार प्रदर्शन किया, जिसके चलते उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली। बुमराह ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 23 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की। इसी साल टी20 क्रिकेट में भी डेब्यू किया। साल 2018 में बुमराह ने टेस्ट में डेब्यू किया और अब वे वर्ल्ड रैंकिंग में टेस्ट के नंबर-1 गेंदबाज हैं।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक 'सर' रवींद्र जडेजा आज अपना 37वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। जडेजा के पिता अनिरुद्ध एक प्राइवेट कंपनी में चौकीदार थे। वे अपने बेटे को आर्मी में भेजना चाहते थे, लेकिन जडेजा शुरू से ही क्रिकेट खेलना चाहते थे। साल 2005 में जडेजा की मां का एक हादसे में निधन हो गया, जिसके चलते वह टूट गए थे और उन्होंने क्रिकेट को लगभग छोड़ ही दिया था।
हालांकि, इसके बाद उन्होंने किसी तरह खुद को संभाला और कड़ी मेहनत के दम पर जडेजा ने घरेलू क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी। इसके चलते उनको आईपीएल में खेलने का मौका मिला। 2009 में उन्होंने भारत के लिए डेब्यू किया। 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में जडेजा ने गोल्डन बॉल जीती।
इसके बाद से वे तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन गए। 2024 के टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके जडेजा, अब सिर्फ वनडे और टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं। अभी वे टेस्ट में दुनिया के नंबर-1 ऑलराउंडर हैं। घरेलू क्रिकेट में जडेजा के नाम तीन तिहरे शतक हैं। भारतीय टीम के वर्तमान में सबसे तेज और फिट फील्डर हैं।
Updated on:
06 Dec 2025 09:33 am
Published on:
06 Dec 2025 06:48 am
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