
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और चयनकर्ता गगन खोड़ा के कार्यकाल में बस एक महीने बचे हैं। अब इनकी जगह कौन लेगा इसका फैसला तो अगले महीने बीसीसीआई की एनुअल जनरल मीटिंग में होगा, लेकिन मुख्य चयनकर्ता की दौड़ में सबसे आगे करिश्माई लेग स्पिनर लक्ष्मण शिवराम कृष्णन हैं। बता दें कि अब बीसीसीआई का एनुअल जनरल मीटिंग अब 23 अक्टूबर को होगी। इसी दिन चुनाव की तिथि भी तय की गई है। पहले यह 22 अक्टूबर को होने वाली थी।
हितों से टकराव के कारण उनका दावा है मजबूत
एक मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हितों के टकराव से बचने के लिए बीसीसीआई लक्ष्मण शिवरामकृष्णन को यह पद सौंप सकती है। लक्ष्मण फिलहाल कॉमेंट्री करते हैं, लेकिन मुख्य चयनकर्ता का पद स्वीकारने के बाद वह कमेंट्री नहीं कर पाएंगे। बीसीसीआई की बात उनसे चल रही है।
वेतन भी है एक मुद्दा
मामला सिर्फ हितों के टकराव का ही नहीं है। वेतन भी एक अहम मुद्दा है। बीसीसीआई ने जिन अनुभवी खिलाड़ियों से इस पद के लिए बात की, उन्होंने कम वेतन होने की बात कह कर इस पद पर आने से अनिच्छा जताई है। वहीं शिवरामाकृष्णन खुद इस पद को लेकर उत्सुकता दिखा रहे हैं। हालांकि खबर की मानें तो इस बार बीसीसीआई मुख्य चयनकर्ता का वेतन बढ़ाकर 1.5 करोड़ रुपए सालाना कर सकता है। वहीं चार अन्य चयनकर्ताओं का वेतन बढ़कर 1.2 करोड़ रुपए किया जा सकता है।
लक्ष्मण टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं
शिवराम कृष्णन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 1983 से 1987 के बीच में 9 टेस्ट और 16 वनडे मैच खेल चुके हैं। उनकी गिनती अपने समय के काफी प्रतिभाशाली स्पिनरों में होती थी। अचानक उनकी लय बिगड़ जाने के कारण वह अपना करियर लंबा नहीं खींच पाए। बता दें कि मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के अलावा चयनकर्ता गगन खोड़ा का कार्यकाल भी इस साल पूरा हो रहा है। उनकी जगह भी किसी नए व्यक्ति को मिल सकती है, जबकि अन्य तीन चयनकर्ता जतिन परांजपे, देबांग गांधी और शरनदीप सिंह का कार्यकाल 2020 है।
Updated on:
27 Sept 2019 10:43 pm
Published on:
27 Sept 2019 10:39 pm
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