इस मामले में ताजा खुलासा आईटीआई के जरिए हुआ है जिसके तहत एमसीए ने मुंबई पुलिस को इंडियन प्रीमियर लीग ( IPL ) के लगभग सात सीज़नों का भुगतान नहीं किया है। इतना ही नहीं बीते कुछ सालों में मुंबई में हुए कई इंटरनेशनल मैचों का भी एमसीए ने भुगतान नहीं किया है। इसमें कई वनडे इंटरनेशनल मैचों, टी-20 वर्ल्ड कप, टेस्ट और महिला वर्ल्ड कप के मैच भी शामिल हैं।
मुंबई पुलिस के 21.34 करोड़ रुपए बकाया, 5.61 करोड़ ब्याज के
अनिल गालगली द्वारा दायर की गई आरटीआई के जवाब में मुंबई पुलिस ने बताया है कि उसे एमसीए से फीस के तौर पर 21.34 करोड़ रुपए लेने हैं जिसका वह भुगतान नहीं कर रहा है। इस राशि में से 5.61 करोड़ रुपए ब्याज के शामिल हैं। यह पैसा 2018 तक आईपीएल और अन्य मैचों के लिए मुहैया कराई गई सुरक्षा की फीस है।
गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) के दबाव के आगे मुंबई पुलिस बेबस
मुंबई पुलिस और एमसीए के बीच हर बार मैचों के आयोजन से पूर्व पिछले बकाया को लेकर विवाद होता है लेकिन अंतत गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद पुलिस को झुकना पड़ता है। इसी बात से हर बार एमसीए के हिम्मत और बढ़ जाती है।
वहीं दूसरी ओर मुंबई पुलिस खुद को बेबस महसूस करती है। आईपीएल 2019 के लिए मुंबई पुलिस ने गृह मंत्रालय के 31 मार्च 2019 के आदेश को मानते हुए टीमों, स्थलों, खिलाड़ियों और बाकी जगहों के लिए सुरक्षा मुहैया कराई थी।