
नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद क्रिकेट से दो महीने का ब्रेक ले चुके हैं। धोनी ने वेस्टइंडीज टूर पर नहीं जाने का फैसला किया और अब वो अगले 2 महीने कश्मीर में आर्मी के साथ ट्रेनिंग करेंगे। इसके लिए धोनी ने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत से परमिशन भी ले ली है। पहले तो हर किसी को थोड़ी हैरानी हुई कि आखिर क्रिकेट को छोड़ धोनी ने आर्मी ट्रेनिंग का फैसला क्यों किया? आपको बता दें कि धोनी जिस आर्मी ट्रेनिंग के लिए कश्मीर जाएंगे, उससे उन्हें बहुत फायदे होने वाले हैं, जिसका इस्तेमाल वो क्रिकेट में भी कर सकते हैं।
धोनी को आर्मी ट्रेनिंग से होंगे ये फायदे
1. कैप्टन कूल फिर हो जाएंगे कूल
धोनी ने भले ही टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ दी हो, लेकिन वो अभी भी कैप्टन कूल के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद से धोनी पर मानसिक दबाव पड़ा है। वर्ल्ड कप में धीमी बल्लेबाजी को लेकर धोनी की काफी आलोचना हुई थी, जिसको लेकर उनके रिटायरमेंट की भी खबरें आने लगीं। ऐसे में धोनी को इस ट्रेनिंग से सबसे बड़ा फायदा तो यही होगा कि उनका मानसिक दबाव कम होगा। आर्मी की ट्रेनिंग से धोनी का मीडिया से भी ध्यान हटेगा।
2. फिटनेस लेवल बढ़ेगा
वैसे तो 38 साल की उम्र में भी धोनी के फिटनेस लेवल पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता, लेकिन आर्मी की ट्रेनिंग से धोनी को एक फायदा ये भी होगा कि उनका फिटनेस लेवल काफी बढ़ जाएगा, जिसका फायदा उन्हें मैदान पर होगा। धोनी पैराशूट रेजिमेंट बटालियन के साथ ट्रेनिंग करेंगे, जिसके लिए अच्छी फिटनेस की दरकार होती है। इस ट्रेनिंग के बाद जब धोनी खुद को फिट महसूस करेंगे तो हो सकता है धोनी अपना करियर और आगे खींचने की कोशिश करेंं।
आपको बता दें कि अब धोनी पैराशूट रेजिमेंट के कमांडोज के साथ समय बिताएंगे और उनके साथ ड्रिल्स में हिस्सा लेंगे। हर कोई जानता है कि आर्मी धोनी का पहला प्यार है। वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद धोनी ने खुद ही अपना नाम वेस्टइंडीज टूर से वापस ले लिया था और आर्मी के साथ ट्रेनिंग करने का फैसला किया था।
Updated on:
24 Jul 2019 10:46 am
Published on:
22 Jul 2019 02:37 pm
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