38 वर्षीय मिताली चार्लोट द्वारा बनाए गए 10,273 रनों से आगे निकल गईं। मिताली की बल्लेबाजी के बूते भारत ने तीसरे वनडे में इंग्लैंड को हराया लेकिन वह सीरीज 1-2 से हार गया। तीसरे एकदिवसीय मैच में मिताली ने नाबाद 86 गेंदों में 75 रन बनाए। मिताली ने पहले वनडे में 66.66 के स्ट्राइक रेट से 72 रन के लिए 108 गेंदें खाई थीं, जबकि दूसरे मैच में उन्होंने 92 गेंदों में 64.13 के स्ट्राइक रेट से 59 रन बनाए थे।
कप्तान ने कहा कि वह केवल टीम प्रबंधन के निर्देशों का पालन कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘यही वह काम है जो मुझे कोच ने दिया है और मैं इसमें रमने के लिए तैयार हूं क्योंकि किसी समय मुझे पता है कि शीर्ष क्रम पहले से ही डगआउट में है और मेरे लिए स्थिति को समझना महत्वपूर्ण था। कैसे मैं पैंतरेबाजी कर सकती हूं और आने वाले बल्लेबाजों के साथ मैच को जितना संभव हो उतना करीब लाने की कोशिश कर सकती हूं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ ही मिताली के नाम एक और रिकॉर्ड हो गया है। इंग्लैंड के खिलाफ वारसेस्टर में खेले गए तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने 4 विकेट से मात दी। इसके साथ ही मिताली दुनिया की सबसे ज्यादा वनडे मैच जीतने वाली महिला कप्तान बन गई हैं। 50 ओवर के फॉर्मेट में बतौर कप्तान उनकी ये 84वीं जीत है। इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क के 83 जीत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।