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तेंदुलकर ने कहा, अच्छी पिचें न होने से विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज नहीं आ रहे सामने

सचिन तेंदुलकर का मानना है कि इस वक्त क्रिकेट में भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच प्रतिस्पर्धा सिमट कर रह गई है।

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इंदौर : बांग्लादेश के खिलाफ यहां चल रहे टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय तेज गेंदबाजों ने कलेजा निकाल कर रख दिया। उनके शानदार प्रदर्शन का ही नतीजा था कि टीम इंडिया के क्षेत्ररक्षकों के तीन-तीन कैच छोड़ने के बावजूद भारत ने बांग्लादेश को 150 रन पर समेट दिया। आज गिरे बांग्लादेश के 10 विकेट में से सात भारतीय तेज गेंदबाजों ने लिए। इसके बावजूद सर्वकालिक महानतम बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर का मानना है कि इस वक्त विश्व क्रिकेट में स्तरीय तेज गेंदबाजों की काफी कमी है।

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कहा- गेंदबाजों और बल्लेबाजों की प्रतिस्पर्धा खत्म

सचिन ने अपने डेब्यू के बाद से यानी तकरीबन 30 सालों में क्रिकेट में आए बदलावों पर बात करते हुए कहा कि एक वक्त था, जब तेज गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा रहती थी। अब वह देखने को नहीं मिलती। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि इस वक्त विश्व क्रिकेट में स्तरीय तेज गेंदबाजों की बहुत कमी है। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि तेज गेंदबाजों के स्तर को और बेहतर किया जा सकता है।

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टेस्ट क्रिकेट का स्तर भी गिरा है

क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर सचिन ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट का भी स्तर गिरा है। उन्होंने क्रिकेट के स्तर को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसके लिए जरूरी है कि खेलने लायक पिचें हों। उन्होंने कहा कि फिलहाल जो पिचें पिचें मुहैया कराई जाती हैं, वह भी बेहतर नहीं होतीं। अगर अच्छी पिचें उपलब्ध कराई जाए, जिस पर तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को भी मदद मिले तो गेंद और बल्ले में अच्छा संतुलन बना रहेगा। संतुलन की कमी की वजह से मुकाबला कमजोर हो जाता है औश्र यह आकर्षक नहीं रहता। इसलिए टेस्ट क्रिकेट में अच्छे विकेट की दरकार है। सचिन ने यह भी कहा कि इस वक्त प्रतिस्पर्धा भारत, इंग्लैंड व ऑस्ट्रेलिया के बीच ही सिमट कर रह गई है।