
पुणे : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने दूसरे टेस्ट में एक पारी और 137 रन जीत हासिल की। इस मैच में भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव ने दोनों पारियों को मिलाकर रविचंद्रन अश्विन के साथ सबसे ज्यादा छह विकेट लिए। यादव ने इस मैच में लिए अपनी विकेटों का श्रेय विकेटकीपर वृद्धिमान साहा को दिया। उन्होंने साहा की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मैच की दोनों पारियों में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज थ्यूनिस डी ब्रुयन को आउट किया और दोनों बार ब्रुयन का कैच साहा ने पकड़ा। यह दोनों कैच काफी शानदार थे। बता दें कि उमेश यादव ने इस मैच की दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए। अगर साहा के विकेट कीपिंग प्रदर्शन को देखें तो उन्होंने सचमुच शानदार प्रदर्शन किया है और भारत की जीत में उनका बड़ा योगदान है।
उमेश ने कहा कि साहा को पार्टी मिलनी चाहिए
उमेश ने कहा कि उनका मानना है कि पहली पारी में ब्रुयन का जो कैच साहा ने लिया उस कैच लिया उसके लिए उन्हें साहा को पार्टी देनी चाहिए। उमेश ने कहा कि लेग साइड पर साहा जो कैच साहा ने लिया उन्हें लगा कि वह गेंद बाउंड्री के बाहर जा रही है, लेकिन ईश्वर और साहा का शुक्रिया, जिनकी वजह से वह विकेट उनके खाते में आ गया।
उमेश ने मौके को भुनाया
जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा के टीम में होने के कारण उमेश यादव टीम में अपनी स्थायी जगह नहीं बना पा रहे हैं। उन्हें इनकी अनुपस्थिति में ही मौका मिल पाता है। इस टेस्ट में भी वह इसीलिए मौका पा सके, क्योंकि जसप्रीत बुमराह चोटिल हैं, लेकिन उन्होंने इस मौके को दोनों हाथों से लपका है। दूसरे टेस्ट में वह दोनों पारियों में रविचंद्रन अश्विन के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष विकेट टेकर रहे।
उमेश ने कहा- टीम में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है
उमेश यादव ने कहा कि टीम में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है। उन्हें पता है कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो उन्हें इसे भुनाना ही होगा। घर में पिछली बार जब वह 2018 में हैदराबाद में विंडीज के खिलाफ खेले थे तो 10 विकेट लिए थे। उन्होंने कहा कि वह टीम इंडिया की गेंदबाजी को लेकर आश्वस्त हैं।
क्यों हो रही है साहा की तारीफ
वृद्धिमान साहा ने इस पूरे टेस्ट में शानदार विकेट कीपिंग का नमूना पेश किया। टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर उन्होंने कुल पांच कैच पकड़े। इतना ही नहीं उन्होंने आधे-अधूरे मौके को भी विकेट में तब्दील किया और कोई भी कैच नहीं छोड़ा। इसके अलावा एक विकेट कीपर की खास बात यह होती है कि वह बाई के कम से कम दे। इस मामले में भी वह पूरी तरह से खरे उतरे। टर्निंग विकेट पर, जिस पर गेंद पकड़ना आसान नहीं होता है, उस पर उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर मात्र आठ बाई रन दिए। पहली पारी में तो उन्होंने एक भी बाई रन नहीं दिया।
Updated on:
13 Oct 2019 08:40 pm
Published on:
13 Oct 2019 08:38 pm
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