
Umesh Yadav
नई दिल्ली : टीम इंडिया (Team India) के वनडे और टी-20 क्रिकेट में एक साल से भी ज्यादा समय से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) ने चयन समिति पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि चयनकर्ताओं ने उनका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया। उमेश ने यह भी कहा कि उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उनके साथ क्या गलत हो रहा है।
2015 विश्व कप में लिए थे सबसे ज्यादा विकेट
बता दें कि उमेश यादव ने 2015 के एकदिवसीय विश्व कप में 18 विकेट लेकर शीर्ष पर हे थे। इसके बावजूद उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले। अपना पिछला वनडे उन्होंने विंडीज के खिलाफ 2018 में खेला था, जबकि अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच उन्होंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे। यादव ने कहा कि फॉर्मेट से गेंदबाजी की क्षमता पर पर असर नहीं पड़ता। वही रहती है। उन्होंने आगे कहा कि एकदिवसीय क्रिकेट में चयनकर्ताओं ने उनका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया।
मौका मिले तो सीमित ओवरों में भी खुद को साबित कर दूंगा
उमेश यादव ने एक मीडिया को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनकी समझ में नहीं आता कि गेंद लाल हो या सफेद, इससे स्विंग कराने की क्षमता पर क्या असर पड़ता है। वह वही रहती है। उन्होंने कहा कि वह अब भी यह कर सकते हैं, जो पहले किया करते थे। उन्होंने कहा कि जाहिर है गेंद की लेंथ अलग-अलग होगी। अगर उन्हें वनडे की एक पूरी सीरीज खेलने का मौका मिलता है तो वह बतौर विकेट टेकर गेंदबाज वह अपनी क्षमताएं साबित कर सकते हैं।
अच्छा प्रदर्शन के बावजूद नहीं बना पाए हैं स्थायी जगह
विदर्भ का यह दाएं हाथ का तेज गेंदबाज टीम में हमेशा अंदर-बाहर होता रहा। वह अब तक टीम इंडिया में अपनी स्थायी जगह नहीं बना पाए हैं। उन्होंने कहा कि आप अंदर बाहर होते रहें तो यह बहुत मुश्किल होता है। इससे खिलाड़ी की लय प्रभावित होती है। एक मैच खेलने को मिलता है। फिर छह महीने तक बाहर बैठना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कभी उनका करियर स्थायी नहीं रहा। यादव बोले कि उनके करियर में उतार-चढ़ाव आते रहे। 2015 विश्व कप में अच्छी गेंदबाजी की।अब टीम से बाहर हैं।
टेस्ट में भी नहीं मिलते पर्याप्त मौके
उमेश यादव ने कहा कि वह यह नहीं भूल सकते कि उन्हें टेस्ट विशेषज्ञ गेंदबाज कहा गया, लेकिन उन्हें क्रिकेट के इस फॉर्मेट में भी नियमित मौके नहीं मिले। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद आप शिकायत नहीं कर सकते, क्योंकि इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह बहुत शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन की दुविधा वह समझ सकते हैं। उन्हें टीम में संतुलन बिठाना होता है। हम चारों ही अनुभवी गेंदबाज हैं।
विदेशी पिचों पर भी कर सकता हूं अच्छा प्रदर्शन : उमेश
उमेश यादव को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टीम में चुना गया था, लेकिन उन्हें अधिक मैच खेलने के मौके नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय परिस्थितियों में अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, आपकी यह छवि बनती है कि सिर्फ भारतीय पिचों पर ही अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं। लेकिन अगर उन्हें विदेशी पिचों पर अधिक टेस्ट खेलने का मौका मिले तो वह निश्चित रूप से वहां भी अच्छा प्रदर्शन करते। उमेश ने अब तक 46 टेस्ट, 75 वनडे और 7 टी-20 मैचों में क्रमशः 144, 106 और 9 विकेट लिए हैं।
Updated on:
31 Mar 2020 02:59 pm
Published on:
31 Mar 2020 02:58 pm
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