
भारतीय पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद। (फोटो सोर्स: IANS)
Venkatesh Prasad in KSCA Elections: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद प्रशासनिक सेवा में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। प्रसाद अक्टूबर-नवंबर में होने वाले कर्नाटक स्टेट क्रिकेट संघ चुनावों में हिस्सा लेंगे। 56 वर्षीय प्रसाद 2010 के दशक में अनिल कुंबले के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और उनका कोचिंग करियर भी काफ़ी अच्छा रहा है। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के बाद यह पहला चुनाव होगा, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे में अगर वेंकटेश प्रसाद चुनाव जीतते हैं तो उनके ऊपर सबसे बड़ी जिम्मेदारी संघठन की साख को बचाना होगा।
आरसीबी के पहली बार आईपीएल का खिताब जीतने के बाद जून में हुई भगदड़ का सबसे ज़्यादा असर कर्नाटक स्टेट क्रिकेट संघ पर पड़ा। चिन्नास्वामी स्टेडियम को बड़े दर्शकों के लिए अनुपयुक्त घोषित कर दिया गया। इसके बाद महाराजा टी20 और महिला विश्व कप के मैच भी स्थगित कर दिए गए। केएससीए सचिव शंकर ए और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने नैतिक जिम्मेदारी का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, निवर्तमान रघुराम भट्ट पद पर बने रहे, जिनका कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो वेंकटेश प्रसाद आगामी चुनावों में अनुभवी प्रशासक विनय मृत्युंजय के साथ साझेदारी करेंगे। मृत्युंजय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की वित्तीय समिति के सदस्य हैं और केएससीए के पूर्व कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं। प्रसाद भी केएससीए में 2013 से 2016 तक अनिल कुंबले के उप-प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके हैं। कुंबले भारतीय कोचिंग की ज़िम्मेदारी लेने के लिए चले गए, जबकि प्रसाद ने खुद कहीं और अवसर तलाशे। उन्होंने पंजाब किंग्स के साथ कुछ समय बिताया और प्रसारण कार्यों से भी अपनी पहचान बनाई।
वेंकटेश अगर चुनाव जीतते हैं तो सबसे पहला काम संगठन की साख बचाना होगा। चिन्नास्वामी भारतीय क्रिकेट का एक प्रमुख स्थल है और इसकी प्रतिष्ठा को बहाल करना सबसे पहले एजेंडे में होगा। भारत टी20 विश्व कप की मेजबानी करेगा और अगर बेंगलुरु चूक जाता है तो यह शर्म की बात होगी। यहां तक कि आरसीबी को भी आईपीएल 2026 में अपने घरेलू मैच कहीं और खेलने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
Published on:
16 Aug 2025 09:26 am
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