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टेस्ट क्रिकेट में लगातार मौके नहीं मिलने से नाराज हैं युवराज

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह ने उन्हें नजरअंदाज करने और नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं देने के लिए अपने समय के टीम प्रबंधन पर की आलोचना की है।

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने उन्हें नजरअंदाज करने और नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं देने के लिए अपने समय के टीम प्रबंधन पर की आलोचना की है। युवराज सिंह ने वेबसाइट के किए गए ट्वीट के जवाब में ट्वीट किया,'शायद अगले जन्म में! मैं 7 साल के लिए 12वां आदमी नहीं था।'

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दरअसल, इस ट्वीट में फालोअर्स से पूछा गया था कि वे उस खिलाड़ी का नाम बताएं, जो उनकी नजर में और अधिक टेस्ट मैच खेल सकता था। इसके जवाब में फालोअर्स ने युवराज का नाम लिया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज और भारतीय क्रिकेट में क्रिकेट की गेंद के सबसे साफ हिटर में से युवराज एक ने नौ साल की अवधि में 40 टेस्ट खेले।

सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने कारनामों के लिए अधिक जाने जाने वाले, युवराज ने एक प्रारूप में 33.92 की औसत से 1900 टेस्ट रन बनाए। उन्होंने तीन शतक और 11 अर्धशतक बनाए।

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युवराज जिस वक्त टीम इंडिया का हिस्सा थे उस वक्त टेस्ट टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी थे। जिस वक्त ये सारे खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए खेल रहे थे उसे भारतीय क्रिकेट का गोल्डन एरा कहा जाता है। युवराज भाग्यशाली थे कि उन्हें इन खिलाड़ियों के दौर में टीम के लिए खेलने का मौका मिला।