जिम्बाब्वे सरकार की संस्था खेल और मनोरंजन आयोग ने जून में भ्रष्टाचार और चुनाव में बरती गई अनियमितता के आरोप में जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को भंग कर दिया था। बोर्ड के मामले में सरकारी हस्तक्षेप के बाद आईसीसी ने कड़ा कदम उठाते हुए जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया था।
मिली खबर के अनुसार, सरकारी संस्था खेल और मनोरंजन आयोग और जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड के बीच चल रहा अदालती मामला गुरुवार को सुलझ गया है। इसके बाद जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन तावेंग्वा मुकुहलानी के नेतृत्व में जिम्बाब्वे क्रिकेट को काम करने की अनुमति दे दी है। इसके बाद से जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों में खुशी की लहर है।