scriptNHAI के सर्वर पर हमला, हैकर्स ने डेटा चुराकर पाब्लिक डोमेन में डाला, जांच जारी | Attack on NHAI's server, hackers steal data and put it in public domain, investigation continues | Patrika News

NHAI के सर्वर पर हमला, हैकर्स ने डेटा चुराकर पाब्लिक डोमेन में डाला, जांच जारी

locationनई दिल्लीPublished: Jul 04, 2020 02:40:08 pm

Submitted by:

Dhirendra

28 जून को NHAI के सर्वर पर साइबर हमले की खबर आई थी।
2 दिन बाद NHAI ने कहा था कि उनका सारा Data सुरक्षित है।
Hacker’s ने 5% डेटा की चोरी करने के बाद उसे Public Domain में डाला।

national highway authority

पहली बार 28 जून को NHAI के सर्वर पर साइबर हमले की खबर आई थी।

नई दिल्ली। आईटी और ऑनलाइन फ्रॉड ( IT and Online Fraud ) के बारे में खबरें आए दिन पढ़ने को मिलती रहती है। लेकिन ताजा मामाल चौंकाने वाला है। ऐसा इसलिए कि इस बार हैकर्स ने भारत सरकार के अति महत्वपूर्ण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ( NHAI ) के सर्वर पर हमला बोलकर चुरा लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हैकर्स ने बड़े पैमाने पर एनएचएआई के सर्वर हमला और उसके गोपनीय डेटा ( confidential data ) सेक्शन में सेंध लगाकर बड़े पैमाने पर डेटा चोरी की। इतना ही नहीं डेटा चोरी करने के बाद हैकर्स ने फाइनेंशियल रिकॉर्ड, कॉन्ट्रैक्ट्स के दस्तावेज और कर्मचारियों की जानकारियों को ऑनलाइन पोस्ट ( Online Post ) कर दिया। हैकर्स के इन हरकतों से एनएचएआई के अधिकारियों हड़कंप की स्थिति है।
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जानकारी के मुताबिक चुराए गए डेटा में इस एजेंसी के कम से कम एक पूर्व अध्यक्ष के व्यक्तिगत पहचान के दस्तावेज भी शामिल हैं। सारी जानकारियां 2 जून को ऑनलाइन पोस्ट कर दी गई। बता दें कि NHAI देश में राजमार्गों के निर्माण और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है।
रैंसमवेयर साइबर ने किया हमला

पिछले हफ्ते 28 जून को NHAI पर साइबर हमले की खबर आई थी, लेकिन दो दिन बाद NHAI ने कहा था कि उनका सारा डेटा सुरक्षित है। लेकिन ऐसी बात नहीं है। NHAI के सर्वर पर रैंसमवेयर साइबर हमला ( Ransomware cyber attack ) था। इस तरह के हमले में आमतौर पर पैसा बनाने के लिए हैकर्स डेटा चुराते हैं।
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इस बात का खुलासा सिंगापुर के साइबर स्पेससिटी फर्म साइफिरमा (Cyfirma) की ओर से एक मीडिया एजेंसी को सूचना देने के बाद हुई है। सिंगापुर के इस फर्म के मुताबिक चुराए गए डेटा में ऑडिट रिपोर्ट, पासपोर्ट की कॉपियां और पहचान पत्र शामिल है।
माना जा रहा है कि एनएचएआई की ये डेटा दो अलग-अलग फाइल में थी और इसकी साइज़ 1.8 GB है। हैकर्स ने दावा किया है कि उसने 5% डेटा की चोरी की है।

साइफिरमा के आकलन के मुताबिक हैकर्स ने इस डेटा के लिए एनएचएआई से फिरौती की मांगी होगी। दरअसल हैकर्स के ये ग्रुप और ज्यादा डेटा चुराने की धमकी देते हैं।
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