ये है पूरा मामला
सुपौल के त्रिवेणीगंज इलाके में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय हाई स्कूल में शनिवार देर शाम गांव के ही कुछ मनचले दीवार पर गंदी, भद्दी और अश्लील बातें लिख रहे थे। कुछ छात्राओं ने पहले इसका विरोध किया। न मानने पर छात्राओं ने उन मनचलों को जमकर डांट भी लगाई, इसके बाद ये मनचले वहां से भाग गए। लेकिन किसे पता था कि वो अपने साथ तूफान लेकर लौट रहे थे।
नीतीश राज में पनप रहे इन गुंडों ने स्कूल की मासूम छात्राओं पर करीब एक घंटे तक लाठी और डंडे बरसाए। इस दौरान वे लगातार स्कूल परिसर में शोर मचाकर ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि वो किसी को नहीं छोड़ते हैं। खास बात यह है कि एक घंटे तक ये गुंडे स्कूल परिसर में उत्पात मचाते रहे, लेकिन मदद के लिए कोई भी नहीं आया।
इस घटना में तकरीबन 40 लड़कियां बुरे तरीके से घायल हो गईं हैं। थोड़ी देर बाद जब प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो एंबुलेंस के साथ स्कूल पहुंचे और एक-एक करके सभी छात्राओं को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया। इस दौरान कई छात्राओं के शरीर से खून बह रहा था और वह दर्द से कराह रही थीं।