मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली के टैगोर गार्डन में करण बागेड़ा रहते हैं। करण का आरोप है कि उन्होंने एक टेलीविजन चैनल पर विराट कोहली एंड कंपनी के नाम पर चलाए जा रहे विज्ञापन को देखा था। कंपनी की ओर से चैनल पर एक ईनामी प्रतियोगिता चलाई जा रही थी। इस प्रतियोगिता में सही जवाब देकर करण ने जीत हासिल कर ली।
हजारीबाग में बुराड़ी जैसी दिल दहलाने वाली घटना, एक ही परिवार के 6 लोगों की जिंदगी खत्म प्रतियोगिता जीतने के बाद करण ने इसमें दिखाए गए नंबर पर फोन किया तो शुरुआत में उसे कोई जवाब नहीं मिला। दो दिन बाद करण के पास उसी नंबर से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने करण से कहा कि मुबारक हो उन्होंने पहला ईनाम जीत लिया है। पहलेे ईनाम स्वरूप उन्हें कंपनी की तरफ से एक कार भेंट की जा रही है। लेकिन अगर वो चाहें तो कार के बदले नगद ईनाम भी ले सकते हैं।
करण ने नगद ईनाम पाने के लिए हामी भर दी। इसके बाद करण से ईनामी राशि पाने के लिए एक बैंक अकाउंट में 6,500 रुपए जमा करने के लिए कहा गया। करण ने वैसा ही किया और खाते में पैसे जमा करा दिए। कॉलर का फिर फोन आया और करण से कहा गया कि उन्हें जीएसटी के लिए 12 हजार 500 रुपये और जमा करने होंगे। करण ने यह रकम बताए गए अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर करा दी।
बात यहीं खत्म नहीं हुई और अब तक करण को ठगे जाने का पता नहीं चला था। इसके बाद फिर से उनके पास फोन आया और उन्हें बताया गया कि अगर उन्हें कार के बदले नगद लेना है तो पहले 1 लाख 50 हजार रुपये और देने होंगे। करण को इस पर शक हुआ तो उन्होंने कुछ वक्त मांगा और इधर-उधर बातचीत की। इसके बाद उस नंबर पर फोन किया तो बंद मिला। बार-बार कॉल करने के बावजूद कॉलर से संपर्क नहीं हो पाया।
बारातियों को रसगुल्ला देने से किया मना तो जमकर की पिटाई, लड़की वालों ने रोक दी शादी अब करण को पता चल गया था कि वो ठगी का शिकार हो चुके हैं। करण ने फिर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया तो उनसे जमशेदपुर में ही रिपोर्ट लिखाने के लिए कहा गया। इसके बाद करण ने जमशेदपुर जाकर एसएसपी से मामले की शिकायत की और जल्द कार्रवाई किए जाने को कहा।
जानिए कौन सी है प्रतियोगिता यह ठगी टेलीविजन पर आने वाली चेहरा पहचानो-ईनाम पाओ प्रतियोगिता के नाम पर हुई है। जमशेदपुर के नाम पर लोगों को ठगने वाला यह गैंग एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। बताया जाता है कि यह गिरोह अब तक करीब 800 लोगों को अपना शिकार बना चुका है। प्रतियोगिता के अंतर्गत स्क्रीन पर दो चेहरों को मिलाकर एक चेहरा दिखाया जाता है, जिनमें एक क्रिकेटर का होता है और फिल्मी कलाकार का। दोनों चेहरों को पहचानना इतना आसान होता है कि हर व्यक्ति इसमें जीत ही जाता है और जीतने के साथ ही शुरू हो जाती है ठगी की कहानी।