
नई दिल्ली। असम राइफल्स ( Assam Rifles ) के जवानों ने 12 बोर की राइफल के साथ पांच जिंदा गोला बारूद बरामद किया है। असम राइफल्स की सेरछिप बटालियन ने मिजोरम में भारत-म्यांमार सीमा ( Indo-Myanmar border ) के पास पंखुआ इलाके से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। जानकारी के अनुसार मुख्यालय 23 सेक्टर असम राइफल्स की सेरछिप बटालियन ने 26 मई 2021 को मुख्यालय महानिरीक्षक असम राइफल्स (पूर्व) के नेतृत्व में "भारत-म्यांमार सीमा पर हथियारों की अवैध आवाजाही के बारे में एक विश्वसनीय जानकारी के आधार पर अभियान चलाया। वहीं, असम के लोंगपुईघाट से असम राइफल्स की लुंगलेई बटालियन ने 136 किलोग्राम गन पाउडर यानी बारूद बरामद किया है। यह ऑपरेशन हेडक्वार्टर आईजी असम राइफल्स पूर्व के नेतृत्व में चलाया गया था। जानकारी के अनुसार असम राइफल्स पिछले कुछ दिनों से तस्करी संबंधी गतिविधियों पर नजर रख रही थी।
असम राइफल्स 'पूर्वोत्तर का प्रहरी'
सूत्रों के अनुसार पुलिस को वासेइकाई गांव के लोंगपुईघाट में तस्करी संबंधी विशेष सूचना मिली थी। जिसके बाद असम राइफल्स और पुलिस टीम के एक संयुक्त दल ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। हथियारों की खरीद-फरोख्त के सिलसिले में असम राइफल्स ने एक शख्स को गिरफ्तार कर पुलिस को सौंप दिया है। आगे की कार्रवाई गिरफ्तार किए गए शख्स से पूछताछ के आधार पर की जा सकती है। पुलिस को उम्मीद है कि उक्त शख्स से पूछताछ में बड़ी जानकारी हाथ लग सकती है। आपको बता दें कि मिजोरम पूर्वोत्तर के राज्यों में से एक है। वहीं, असम राइफल्स को पूर्वोत्तर का प्रहरी कहकर भी पुकारा जाता है।
मिजोरम में अवैध माल की तस्करी राज्य के लिए एक चिंता का विषय
मिजोरम में अवैध माल की तस्करी राज्य के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है। असम राइफल्स तस्करी संबंधी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए गाहे-बगाहे ऐसे अभियान चलाती रहती है, जिसमें उसको अधिकांश सफलता मिली है। आपको बता दें कि पिछले दिनों पूर्व अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले में चरमपंथी संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (खापलांग-युंग आंग) के संदिग्ध सदस्यों के साथ मुठभेड़ में असम राइफल्स का एक जवान शहीद हो गया था, जबकि दो अन्य घायल हो गए थे। अरुणाचल प्रदेश पुलिस के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की थी।
Updated on:
27 May 2021 08:59 pm
Published on:
27 May 2021 08:38 pm
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