
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में मुठभेड़ की कोशिश करते हुए मारे गए पाकिस्तानी सेना के जवानों और आतंकियों का वीडियो समाने आने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान सरकार का आतंकी चेहरा बेनकाब हो गया। बता दें कि तीन अगस्त को भारतीय सेना ने पांच आतंकियों घुसपैठ की कोशिश करते वक्त ढेर कर दिया था।
इसका सबूत पहली बार सामने आया है जो पाकिस्तान के गुनाहों की गवाही दे रहा है। मारे गए घुसपैठियों में पाकिस्तान की सेना के जवान भी शामिल हैं जो भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे।
मारे गए थे 5 जवान
दरअसल, पिछले महीने आतंकियों के साथ पाकिस्तान की सेना के जवान भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। भारत के मुस्तैद जवानों को इसकी भनक लग गई और पहले वॉर्निंग शॉट दिया गया यानी कि चेताया गया।
इसके बाद घुसपैठ में मदद करा रहे पाकिस्तान की सेना के जवानों ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में सभी पांच घुसपैठिए मारे गए थे।
पाक सेना ने शव लेने से किया था इनकार
इस घटना के बाद भारत के DGMO ने पाकिस्तान के DGMO से संपर्क किया और शव वापस ले जाने के लिए कहा। लेकिन हुआ वहीं जो हर बार होता है। पाकिस्तान ने शव लेने से इनकार कर दिया और ये भी कह दिया कि जो मारे गए हैं उनमें पाकिस्तान के जवान नहीं हैं।
बता दें कि भारतीय सीमा में घुसपैठ की ये कोशिश पाकिस्तान की सेना की बॉर्डर एक्शन टीम की तरफ से की जा रही थी। इस कोशिश को सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया था।
जम्मू-कश्मीर से जब से अनुच्छेद 370 हटा है तब से पाकिस्तान आतंकियों के भरोसे भारत के खिलाफ साजिश करने को बेचैन है। अब ये बेचैनी इतनी ज्यादा है कि अब सेना के जवानों को भी पाकिस्तान आतंकियों का चोला पहनाकर भेज रहा है।
Updated on:
09 Sept 2019 01:56 pm
Published on:
09 Sept 2019 09:35 am
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