
Dantewada News: दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में मातियाबिंद ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही पर सरकार की कार्रवाई जारी है। एक दिन पहले अस्पताल की सर्जन डॉक्टर गीता नेताम सहित तीन लोगों को पहले की सस्पेंड किया गया था। सोमवार को अब जूनियर वैज्ञनिक अभिषेक मंडल और माईक्रोबॉयलोजिस्ट उमाकांत तिवारी की बर्खास्त कर दिया गया है। ताबड़तोड चल रही कार्रवाई से जिला अस्पताल में हडकंप मचा है।
बताया जा रहा है जल्द ही और कार्रवाई तय है। इस जांच की जद में अस्पताल प्रबंधन से जुड़े और भी नामों पर कार्रवाई की ओर इशारा किया जा रहा है। मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल पहले ही कह चुके हैं कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। फिलहाल अस्पताल में लगातार नेताओं और अधिकारियों का दौरा चल रहा है। अस्पताल में यह देखा जा रहा है बैक्टेरिया किसकी गलती से ऑपरेशन थिएटर में पनपा है। इसके लिए कल्चर रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है। यह रिपोर्ट 48 घंटे में आने की बात अधिकारी कह रहे हैं।
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा में जिला अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नेत्र सर्जन की लापरवाही के चलते दस मरीजों की आंखों में हमेशा के लिये अंधकार छा सकता था। दरअसल, मंगलवार को दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में 20 मरीजों का मोतियाबिंद आपरेशन किया गया। आपरेशन के अगले दिन दस मरीजों की आंखों में इंफेक्शन हो गया, आंखों में पस आना और खुजलाहट जैसी परेशानी होने लगी।
तब एक मरीज को जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज और 9 को रायपुर के अंबेडकर हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। इसके बाद रविवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी अस्पताल पहुंचे और मरीजों का हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के निर्देश दिए थे। जिसके बाद अब जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों को निलंबित कर दिया गया है। मंत्री जायसवाल ने डॉक्टर्स की टीम को सभी का सही से इलाज किये जाने का निर्देश दिया है।
Updated on:
29 Oct 2024 08:05 am
Published on:
29 Oct 2024 08:04 am
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