पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ने बताया कि पीड़िता सुनीता देवी पत्नी ओमप्रकाश बैरवा (35) निवासी गीजगढ़ ने 23 अप्रेल 2019 को सिकंदरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराकर बताया कि उनके पास कॉल आया कि आपके केबीसी की तरफ से लॉटरी लगी है। इसका चार्ज 15 हजार 200 रुपए देना है, वह उन्होंने जमा करा दिया। इसके बाद इनकम टैक्स के 42 हजार, पॉलिसी के 72 हजार, गाड़ी के 2 लाख, गाड़ी के ऊपर केबीसी का नाम रजिस्टर करने के 3 लाख 10 हजार, 2.50 लाख गाड़ी का टैक्स, 1.50 लाख आने व खाने और पेट्रोल का खर्चा तथा इंश्योरेंस के नाम पर 2 लाख 20 हजार रुपए मांगे। इस तरह पीड़िता से 15 लाख रुपए हड़प लिए।
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सिकंदरा पुलिस थाने में अनुसंधान शुरू किया। साइबर क्राइम जिला दौसा के नेतृत्व में विशेष टीम ने आरोपी सोहराब असांरी निवासी धर्मपुर जिला सिवान (बिहार) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में साइबर थाना उप निरीक्षक रमाशंकर, कांस्टेबल देवेन्द्र, सिकंदरा थाना हैड कांस्टेबल मायाराम व कांस्टेबल मोहन सिंह शामिल रहे।