पत्रिका से बातचीत में 20 वर्षीय कृति ने कहा कि ऑल इंडिया टॉप करना बहुत मुश्किल होता है, इसलिए ऐसा सोचा भी नहीं था। अब इस सफलता के मिलने से वह उनका परिवार बहुत खुश है। कृति का कहना हैकि कठिन परिश्रम, नियमित पढ़ाई व समर्पण से सफलता मिलती है। दादाजी रतनलाल डंगायच, दादी सरोज देवी, पिता राजेश डंगाचय, माता लक्ष्मी, भाई हर्ष सहित अन्य परिजनों व टीचर्स का सफलता में योगदान रहा है। अब मेट्रो सिटी में इंटर्नशिप के बाद जॉब करने का इरादा है।
फैशन डिजाइनिंग से मन बदलकर सीएस की सोची
दौसा में बारहवीं पास करने के बाद कृति ने जयपुर में फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में जाने के लिए इंस्टीट्यूट में प्रवेश ले लिया था, लेकिन अचानक 8-10 दिन में अचानक मन बदल गया। एक रिश्तेदार की सलाह पर पिता ने सीएस करने की राय दी तो कृति ने मान ली और जी-जान से जुटकर सफलता पाई।
दोस्त हैं पांचों टॉपर
सीएस प्रोफेशनल में टॉप रही कृति सहित पांच लड़किया जयपुर चैप्टर की हैं तथा अच्छी दोस्त हैं। पांचों ने नोट्स बनाकर एक-दूसरे के सहयोग से तैयारी कर सफलता पाई। कृति ने बताया कि पढ़ाईके दौरान सोशल मीडिया से कभी दूर नहीं रही, लेकिन उपयोग सीमित रूप से किया।