त्योहार पर बाजारों में जमकर खरीदारी हुई। दुकानों पर ग्राहकों की कतार लगी रही, लोगों ने जमकर खरीदारी की। महिलाओं ने ब्यूटी पार्लरों व घरों में शृंगार किया। वहीं लोग अपने मकानों की सजावट में लगे रहे। वाहनों में भी जोरदार भीड़ देखी गई। लोग दीपावली मनाने के लिए अपने घर गए। बस व ट्रेनों में यात्रियों की जमकर भीड़ देखी गई।
जिला मुख्यालय समेत सभी कस्बों एवं बड़े शहरों में दुकानों पर कपड़े व अन्य सामान की जमकर खरीदारी हुई। दुकानदारों ने भी दुकानों को दुल्हन की तरह सजाया। सुबह से शाम तक ग्राहकों की जमकर भीड़ देखी गई। कई जगह जो जाम की स्थिति पैदा हो गई। दीपावली व गोवर्धन के त्योहार पर घरों में पकवान बनाए गए। दीपावली के दिन हलवा, पुरी व अन्य कई प्रकार के व्यंजन बने। साथ ही दुकानों से मिठाइयां लाने की परम्परा भी रही। यही कारण है कि शहर व गांवों में मिठाइयों की दुकानों पर जमकर भीड़ देखी जा रही है। जिला मुख्यालय पर डोवठा, बर्फी, सोनपपड़ी, गुलाब जामुन व फीणी समेत कई प्रकार की मिठाइयां खरीदने वालों की भीड़ देखी जा रही है। गोवर्धन पर चूरमा-बाटी बनाया गया।
गौरतलब है कि जिला मजिस्टे्रट एवं जिला कलक्टर नरेश कुमार शर्मा ने उच्चतम न्यायालय की आदेशों की अनुपालना में जिले की राजस्व सीमाओं के भीतर 7 नवम्बर को दीपावली के पर्व पर आतिशबाजी, पटाखों के चलाने के लिए दो घंटे की अवधि निर्धारित की थी। उन्होंने पटाखे चालने की अवधि रात्रि 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक का समय नियत किया, लेकिन इसके बाद भी आतिशबाजी की गूंज सुनाई दी।